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अब गूगल पर मैथिली में भी हो सकेगा लोकेशन सर्च, 22 भाषाओं में कंप्यूटर को ऑपरेट करने की तकनीक पर चल रहा काम

केंद्रीय भारतीय भाषा संस्थान मैसूर के निदेशक डॉ. नारायण चौधरी ने बताया कि भारत की 22 भाषाओं में कंप्यूटर को ऑपरेट करने की तकनीक पर काम चल रहा है. इसमें मैथिली भी शामिल है.

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Published : Mar 4, 2020, 3:50 AM IST

दरभंगा: भारत सरकार की मैसूर स्थित संस्था केंद्रीय भारतीय भाषा संस्थान ऐसी तकनीक विकसित करने पर काम कर रहा है जिसके तहत गूगल पर मैथिली भाषा में बोलकर या टाइप कर लोकेशन का पता लगाया जा सकता है. इसी को लेकर दरभंगा के महाराजाधिराज लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय के तत्वावधान में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें 28 प्रतिभागी शामिल हुए.

प्रशिक्षु तरुण कुमार मिश्र ने बताया कि मैथिली भाषा के डेटा को कंप्यूटर में कैसे संग्रहित करें और इसका फॉन्ट कैसे डिज़ाइन किया जाए, इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसका उद्देश्य कंप्यूटर को मैथिली में कामकाज के अनुरूप ढालना है. यहां से चुने हुए प्रशिक्षु मैसूर में आगे की ट्रेनिंग के लिए जाएंगे.

देखें रिपोर्ट

भारत की 22 भाषाओं पर किया जा रहा है काम
वहीं, केंद्रीय भारतीय भाषा संस्थान मैसूर के निदेशक डॉ. नारायण चौधरी ने बताया कि भारत की 22 भाषाओं में कंप्यूटर को ऑपरेट करने की तकनीक पर काम चल रहा है. इसमें मैथिली भी शामिल है. इसके तहत मैथिली में कंप्यूटर फॉन्ट डिज़ाइन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस डालने की तकनीक सिखाई जा रही है. इसके विकास होने के बाद मैथिली भाषा में भी बोलकर या लिखकर कंप्यूटर और मोबाइल से सवाल किए जा सकेंगे और जवाब भी मैथिली में ही मिलेगा.

दरभंगा: भारत सरकार की मैसूर स्थित संस्था केंद्रीय भारतीय भाषा संस्थान ऐसी तकनीक विकसित करने पर काम कर रहा है जिसके तहत गूगल पर मैथिली भाषा में बोलकर या टाइप कर लोकेशन का पता लगाया जा सकता है. इसी को लेकर दरभंगा के महाराजाधिराज लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय के तत्वावधान में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें 28 प्रतिभागी शामिल हुए.

प्रशिक्षु तरुण कुमार मिश्र ने बताया कि मैथिली भाषा के डेटा को कंप्यूटर में कैसे संग्रहित करें और इसका फॉन्ट कैसे डिज़ाइन किया जाए, इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसका उद्देश्य कंप्यूटर को मैथिली में कामकाज के अनुरूप ढालना है. यहां से चुने हुए प्रशिक्षु मैसूर में आगे की ट्रेनिंग के लिए जाएंगे.

देखें रिपोर्ट

भारत की 22 भाषाओं पर किया जा रहा है काम
वहीं, केंद्रीय भारतीय भाषा संस्थान मैसूर के निदेशक डॉ. नारायण चौधरी ने बताया कि भारत की 22 भाषाओं में कंप्यूटर को ऑपरेट करने की तकनीक पर काम चल रहा है. इसमें मैथिली भी शामिल है. इसके तहत मैथिली में कंप्यूटर फॉन्ट डिज़ाइन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस डालने की तकनीक सिखाई जा रही है. इसके विकास होने के बाद मैथिली भाषा में भी बोलकर या लिखकर कंप्यूटर और मोबाइल से सवाल किए जा सकेंगे और जवाब भी मैथिली में ही मिलेगा.

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