दरभंगाः महागठबंधन के प्रत्याशी अब्दुल बारी सिद्धकी के समर्थन में चुनाव प्रचार करने पहुंचे आरजेडी नेता और पूर्व मंत्री डॉ सुरेश पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान पर जमकर कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा कि पिछले 5 वर्षों में जिस तरह से संविधान को तोड़ने मरोड़ने और आरक्षण को खत्म करने की जो कोशिश की जा रही है, उससे समाज काफी दुखी है.
उन्होंने कहा जिस प्रकार से एनडीए के लोगो ने एससी एसटी और ओबीसी समाज के लोगो का विश्वास तोड़ने का काम किया है. अब ये लोग लाख प्रयास करने के बाद भी इनके झांसे में नहीं आने वाले हैं. जिसके चलते देश भर में एनडीए को भारी नुकसान हुआ है.
'दलित दूल्हा घोड़ी पर चढ़ा तो पिटाई'
सुरेश पासवान ने ऊना की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि घोड़े पर चढ़ने के कारण एक दलित युवक की पिटाई की जाती है और मोदी जी इस पर एक बार भी नहीं बोलते. वहीं, रामविलास पासवान तो ये कह देते हैं कि ऐसी हल्की-फूल्की घटनाएं तो होती रहती हैं. ये कहां तक सही है.
उन्होंने याद किया कि पिछले साल 2 अप्रैल को आरक्षण को लेकर जो बंदी हुई, जिसे दुनिया ने देखा की किस तरह आरक्षण को बचाने के लिए लोगों ने सड़कों पर उतर कर अपनी आवाज को बुलंद की थी.
संविधान को तोड़ने वालों के साथ रामविलास पासवान
रालोसपा सुप्रीमो पर करारा हमला करते हुए उन्होंने कहा कि 'रामविलास पासवान जी बड़े ही अरमान के साथ समाज ने आपको ऊंचाई पर पहुंचाया था. समाज 40 वर्ष से लगातार आपके साथ एक पैर पर खड़ा होकर चल रहा था लेकिन बीते 5 वर्षों से जिस तरह से संविधान को बदलने वाले के साथ खड़े होकर समाज के सीने पर आप ने खंजर भोंकने का काम किया है. अब समाज आप को माफ नहीं करेगा'. सुरेश पासवान ने ये भी कहा कि इस बात का अंदाजा रामविलास पासवान को पहले हो गया इसीलिए वे खुद चुनाव नहीं लड़ के अपने भाई को शहीद होने के लिए मैदान में उतार दिया.