दरभंगा: रोहिणी नक्षत्र में गुरुवार की दोपहर हुई बारिश से किसानों में खुशी की लहर है. नमी के अभाव में मिट्टी के नीचे अंकुरण के लिए सूख रहे धान के बीज को इससे काफी फायदा हुआ है. बारिश से बीजों में अंकुरण होने से धान के बिचड़े जल्द तैयार हो जाएंगे. साथ ही झुलस रहे धान के बिचड़ों को बचाने के लिए बारिश से किसानों को पटवन से छुटकारा मिल गया है. खेतों में नमी के कारण जिन किसानों ने अभी तक बिचड़ों की बोआई नहीं की थी उन्हें इस बारिश से काफी फायदा हुआ है.
खरीफ की खेती अच्छी होने की संभावना
रोहिणी नक्षत्र की शुरुआत होने के साथ ही गुरुवार की दोपहर से हो रही बारिश से आम लोगों को दोहरी खुशी मिली है. एक तरफ जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है, तो वहीं, दूसरी तरफ खेतों की नमी लौटने से किसानों के चेहरे खिल गये हैं. बताया जाता है कि रोहिणी नक्षत्र की शुरुआत होने के साथ ही खरीफ फसल की बुआई का काम शुरू हो जाता है. बड़ी संख्या में किसान नक्षत्र के प्रवेश करने के बाद धान की बुआई के लिए खेतों में बिचड़े की तैयारी शुरू कर देते है.
सभी फसलों के लिए बारिश होगी फायदेमंद
किसान मोहन कुमार का कहना है कि रोहिणी नक्षत्र में बारिश होना धान की खेती के लिए शुभ माना जाता है. गुरुवार से हो रही बारिश से जहां भू-जलस्तर बढ़ गया है. वहीं, यह धान की खेती के लिए भी फायदेमंद होगा. उन्होंने कहा कि मूंग की फसल को छोड़कर अन्य सभी फसलों के लिए बारिश फांयदेमंद है. किसानों के मुताबिक खेतों की नमी लौटने के कारण खरीफ फसल की बुआई करने में किसानों को आसानी होगी.