दरभंगा: बिहार के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में एक ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (LMNU Phd Student Protest) में छात्रों ने पीएचडी नामांकन के अंतिम परिणाम के लिए हंगामा किया. इस प्रदर्शन के बाद छात्रों ने कुलपति का घेराव करते हुए कुलपति को बंधक बना लिया. उनके अंगरक्षकों के साथ छात्रों ने धक्का मुक्की भी की. कुलपति ने बताया कि जब मैं खाना खाने के लिए अपने घर जा रहे थे. तभी छात्रों ने गाड़ी पर पीटने लगे और गाड़ी के आगे सभी छात्र बैठ गये. इस घटना देखने के बाद कुलपति वापस अपने कार्यालय लौट गए.
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पीएचडी में नामांकन के लिए रिजल्ट में गड़बड़ी का आरोप: छात्रों के इस उग्र प्रदर्शन को देखकर विश्वविद्यालय के कुलपति, कुलसचिव समेत कई अधिकारी लगभग 5 घंटो तक बंधक बने रहे. उसी समय मौके पर उपस्थित विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मियों और विश्वविद्यालय थाना की पुलिस मूकदर्शक बनी तमाशा देखती रही. शिकायत मिलने के बाद जिला प्रशासन ने सदर डीएसपी अमित कुमार को मौके पर भेजा गया. उन्होंने आंदोलनरत अभ्यर्थियों को विश्वविद्यालय प्रशासन से वार्ता कराने के बाद मामला शांत किया. जानकारी के मुताबिक इस विश्वविद्यालय में चार सौ अठहतर लोगों के नामांकन के लिए सीटें खाली थी. पीएचडी नामांकन के लिए सभी विषयों में इंटरव्यू भी ली गई.
पारदर्शी तरीके से रिजल्ट के लिए आंदोलन: आंदोलनकारी छात्र बैभव झा ने कहा कि पैट का रिजल्ट विश्वविद्यालय के द्वारा विलंब से जारी किया गया है. जिसमें हमलोगों को आशंका है कि प्रकाशित रिजल्ट में कई तरह की गड़बड़ियां की गई है. इसीलिए विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि रिजल्ट को पारदर्शिता के साथ रखा जाए और सारा डेटाबेस लोगों को दिखाया जाए. कितना अंक हमारा है और कितना अंक सामने वालों को है. इसी को लेकर आज हम लोग आंदोलन किया है. इस संदर्भ में रजिस्ट्रार से वार्ता हुई है.
कुलपति ने कहा- हमारी जान खतरे में: इधर, एलएनएमयू कुलपति एस पी सिंह ने बताया की विश्वविद्यालय पूरी पारदर्शिता के साथ पीएचडी का रिजल्ट उनके अंक के साथ प्रकाशित किया. छात्रों के द्वारा जो हंगामा किया गया है, वह नाजायज है. अवैध एडमिशन करवाने और दबाव बनाने के लिए योजना बनाकर इस तरह का किया गया. वही उन्होंने कहा कि छात्रों ने हमारे अंगरक्षक के साथ धक्का-मुक्की की. उन अभ्यर्थियों ने मुझे बंधक बना लिया. हम लोगों की जान असुरक्षित है. हम सीसीटीवी के फुटेज के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर रहे हैं. ---
"पैट का रिजल्ट विश्वविद्यालय के द्वारा विलंब से जारी किया गया है. जिसमें हमलोगों को आशंका है कि प्रकाशित रिजल्ट में कई तरह की गड़बड़ियां की गई है. इसीलिए विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि रिजल्ट को पारदर्शिता के साथ रखा जाए और सारा डेटाबेस लोगों को दिखाया जाए".- वैभव झा, छात्र