दरभंगा/पटना : मिथालंचल वासियों का लंबे समय से चला आ रहा इंतजार अब खत्म होने को है. दरभंगा पहुंचे केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दरभंगा एयपोर्ट का निरीक्षण करते हुए, इसके शुरू होने की बात कही है. केंद्रीय मंत्री की मानें, तो इसी महीने से टिकट की बुकिंग शुरू हो जाएगी और छठ तक बिहार के लोग दरभंगा से देश के बड़े शहरों में आ जा सकते हैं.
शनिवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी हेलिकॉप्टर से दरभंगा एयरपोर्ट पहुंचे. यहां उन्होंने वायुसेना एयरपोर्ट पर चल रहे सिविल एविएशन के काम का निरीक्षण किया. इस दौरान दरभंगा सांसद गोपालजी ठाकुर और मधुबनी सांसद डॉ. अशोक यादव और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के डीजीपी वीके चनाना सहित कई अधिकारी मौके पर मौजूद रहे.
दरभंगा एयरपोर्ट से उड़ान भरेंगे विमान
- हरदीप सिंह पुरी के साथ-साथ स्पाइट जेट कंपनी ने भी दरभंगा एयपोर्ट के रूट का ट्रायल किया.
- हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि कोरोना और बारिश के चलते दरभंगा एयरपोर्ट का काम बाधित हुआ था.
- काम अभी तेजी से चल रहा है. छठ तक बिहार के लोगों का दरभंगा से उड़ान भरने का सपना पूरा हो जाएगा.
22 जिलों को होगा फायदा
दरभंगा एयरपोर्ट उत्तर बिहार के लोगों का वर्षों पुराना सपना है. इस एयरपोर्ट के शुरू होने से उत्तर बिहार के कम से कम 22 जिलों के लोगों को फायदा होगा. पटना एयरपोर्ट पर लोगों की निर्भरता कम होगी और बिहार को एक नया एयर रूट मिल जाएगा. यहां से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरू के लिए सीधी उड़ानों का लाइसेंस स्पाइस जेट कंपनी को दिया गया है, कंपनी ने शनिवार को रूट का ट्रायल भी किया है.
30 सितंबर से टिकट बुकिंग
- फ्लाइट्स बुकिंग 30 सिंतबर से पहले शुरू हो जाएगी.
- दरभंगा से दिल्ली, दिल्ली से दरभंगा के लिए आवागमन हो सकेगा.
- दरभंगा से बेंगलुरु और बेंगलुरु से दरभंगा के लिए टिकट की बुकिंग शुरू होगी.
- यही नहीं मुंबई के लिए भी फ्लाइट्स का आवागमन होगा.
2018 में हुआ था भूमि पूजन
वायुसेना के इस एयरपोर्ट पर सिविल उड़ानों के लिए निर्माण कार्य का भूमिपूजन दिसंबर 2018 में हुआ था. उस समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तत्कालीन केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु, राज्यमंत्री जयंत सिन्हा और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी समेत कई वीआईपी मौजूद रहे. घोषणा की गई थी कि मार्च 2019 से यहां से उड़ाने शुरू हो जाएंगी लेकिन ऐसा नहीं हो सका. काम में विलंब होने की वजह से कई बार उद्घाटन की तारीखें बदली गईं और अब चुनाव से पहले यहां से उड़ान भरने के लिए टिकटों की बुकिंग का ऐलान किया गया है.
विद्यापति एयपोर्ट दरभंगा होगा नाम
बिहार के दरभंगा में उड़ान योजना के तहत बने एयरपोर्ट का नाम मैथिली के विख्यात कवि कोकिल विद्यापति के नाम पर रखा गया है. इसका फैसला केंद्र सरकार की ओर से उद्घाटन के समय लिया गया था. वहीं, नाम का सुझाव सीएम नीतीश कुमार की ओर से दिया गया था. विद्यापति मैथिली के सर्वोपरि कवि के रूप में जाने जाते हैं. मिथिला के लोगों को 'देसिल बयना सब जन मिट्ठा' का सूत्र देकर विद्यापति ने उत्तरी-बिहार में लोकभाषा की जनचेतना को जीवित करने का महान प्रयास किया है.
ईटीवी भारत की खबर पर मुहर
ईटीवी भारत ने 12 अगस्त को दरभंगा एयरपोर्ट का जायजा लेते हुए बताया था कि इसी साल नवंबर से दरभंगा एयपोर्ट शुरू हो जाएगा. हम लगातार, दरभंगा एयपोर्ट पर चल रहे निर्माण कार्यों के बारे में खबरें दिखाते रहे हैं.
ये रही वो खबर - ग्राउंड रिपोर्ट: नवंबर से शुरू हो सकती है दरभंगा एयरपोर्ट से उड़ानें
विद्यापति एयरपोर्ट दरभंगा की प्रमुख बातें
- यहां से व्यावसायिक उड़ानें भरी जाएंगी.
- पटना और गया के बाद दरभंगा बिहार का तीसरा एयरपोर्ट होगा, जहां से व्यावसायिक उड़ाने उड़ान भरेंगी.
- उत्तर बिहार की बड़ी आबादी को इसका लाभ मिलेगा.
- अब उत्तर बिहार के लोगों को हवाई सफर के लिए पटना या गया का रुख नहीं करना पड़ेगा.
- मिथिलांचल में कुल 24 जिले पड़ते हैं. ऐसे में इस एयरपोर्ट से फ्लाइट्स के शुरू होने से खुशी की लहर दौड़ गई है.
सांसद गोपालजी ठाकुर ने दरभंगा एयरपोर्ट की शुरूआत होने की घोषणा पर खुशी जताते हुए हरदीप सिंह पुरी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि ये मिथिलांचल को बहुत बड़ा तोहफा है. आजादी के इतने सालों बाद तक किसी सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया था.
चप्पल पहनने वाला करे हवाई सफर: पीएम मोदी
दरभंगा एयरपोर्ट का निर्माण केंद्र सरकार की उड़ान योजना के तहत हुआ है. यह पीएम नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है. अपनी योजना को शुरू करते समय पीएम मोदी ने कहा था, 'हवाई चप्पल पहनने वाले भी हवाई यात्रा कर सकते हैं, वे खुश हैं कि देश में पहली बार ऐविएशन पॉलिसी बनाने का सौभाग्य उनकी सरकार को मिला है'.
योजना का उद्देश्य
- उड़ान की शुरुआत अक्टूबर 2016 में रीजनल कनेक्टिवटी स्कीम (आरसीएस) के तहत की गई.
- योजना का उद्देश्य उड़ान को छोटे शहरों तक पहुंचाना और इसे किफायती बनाना है.