दरभंगा: बिहार में भारी बारिश के कारण जगह-जगह बाढ़ ने दस्तक दे दी है. वहीं शहरी इलाकों में जल-जमाव हो गया है. पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के बाद डीएमसीएच झील में तब्दील हो चुका है. रैन बसेरा निर्माण नहीं होने के कारण मरीज के परिजन भारी परेशानी का सामना कर रहे हैं. अस्पताल में किसी तरह रात गुजारने को मजबूर हैं.
मरीज के परिजनों को ठहरने के लिए रैन बसेरा का निर्माण का फैसला लिया गया था. इसका निर्माण नगर निगम की ओर से पिछले 3 सालों से करवाया जा रहा है. नगर निगम की लेटलतीफी ऐसी है कि इसका निर्माण कार्य कछुए की रफ्तार से चल रहा है. मरीजों के परिजन बरामदे और कोरिडोर में रात गुजारने को विवश हैं. परिजन इसी गंदे पानी के बीच रहकर खाना बनाते हैं और बरामदे में रात भी गुजार रहे हैं.
आधा-अधूरा पड़ा है रैन बसेरा
दरअसल शिशु और मेडिसिन वॉर्ड परिसर में दो रैन बसेरों का निर्माण कार्य चल रहा है. तीन मंजिला इमारत में अभी तक खिड़की, बिजली, पानी और शौचालय का काम अधूरा है. मरीज के परिजन बताते हैं कि रैन बसेरा नहीं बनने से काफी दिक्कत हो रही है. दो-तीन दिन की बारिश में पूरा अस्पताल झील बन गया है.
कल्याण समिति में उठेगा मामला
डीएमसीएच अधीक्षक डॉ. राज रंजन प्रसाद ने बताया कि बारिश में मरीज के परिजनों को परेशानी हो रही है. शिशु और मेडिसिन वार्ड में रैन बसेरा बन रहा है. अभी तक नगर निगम की तरफ से इसे बना कर नहीं दिया गया है. इस संबंध में निगम को पत्र लिखा गया है. अगर नगर निगम कोई ठोस पहल नहीं कर पाती है तो कल्याण समिति की अगली बैठक में इस मुद्दे को उठाया जाएगा.