ETV Bharat / state

DMCH में रैन बसेरा नहीं तैयार होने से मरीजों के परिजन परेशान, बारिश ने और बढ़ाई मुश्किल - कल्याण समिति

तीन दिन की भारी बारिश के कारण DMCH झील में तब्दील हो गया है. बारिश के कारण मरीज के परिजनों का रात गुजारना मुश्किल होता जा रहा है. जबकि परिजनों के ठहरने के लिए बन रहा रैन बसेरा 3 साल बाद भी नहीं बन पाया है.

DMCH
author img

By

Published : Jul 14, 2019, 10:24 AM IST

दरभंगा: बिहार में भारी बारिश के कारण जगह-जगह बाढ़ ने दस्तक दे दी है. वहीं शहरी इलाकों में जल-जमाव हो गया है. पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के बाद डीएमसीएच झील में तब्दील हो चुका है. रैन बसेरा निर्माण नहीं होने के कारण मरीज के परिजन भारी परेशानी का सामना कर रहे हैं. अस्पताल में किसी तरह रात गुजारने को मजबूर हैं.

बारिश ने DMCH में बढ़ाई परिजनों की परेशानी

मरीज के परिजनों को ठहरने के लिए रैन बसेरा का निर्माण का फैसला लिया गया था. इसका निर्माण नगर निगम की ओर से पिछले 3 सालों से करवाया जा रहा है. नगर निगम की लेटलतीफी ऐसी है कि इसका निर्माण कार्य कछुए की रफ्तार से चल रहा है. मरीजों के परिजन बरामदे और कोरिडोर में रात गुजारने को विवश हैं. परिजन इसी गंदे पानी के बीच रहकर खाना बनाते हैं और बरामदे में रात भी गुजार रहे हैं.

darbhanga
मरीज के परिजन

आधा-अधूरा पड़ा है रैन बसेरा
दरअसल शिशु और मेडिसिन वॉर्ड परिसर में दो रैन बसेरों का निर्माण कार्य चल रहा है. तीन मंजिला इमारत में अभी तक खिड़की, बिजली, पानी और शौचालय का काम अधूरा है. मरीज के परिजन बताते हैं कि रैन बसेरा नहीं बनने से काफी दिक्कत हो रही है. दो-तीन दिन की बारिश में पूरा अस्पताल झील बन गया है.

darbhanga
आधा-अधूरा पड़ा रैन बसेरा

कल्याण समिति में उठेगा मामला
डीएमसीएच अधीक्षक डॉ. राज रंजन प्रसाद ने बताया कि बारिश में मरीज के परिजनों को परेशानी हो रही है. शिशु और मेडिसिन वार्ड में रैन बसेरा बन रहा है. अभी तक नगर निगम की तरफ से इसे बना कर नहीं दिया गया है. इस संबंध में निगम को पत्र लिखा गया है. अगर नगर निगम कोई ठोस पहल नहीं कर पाती है तो कल्याण समिति की अगली बैठक में इस मुद्दे को उठाया जाएगा.

दरभंगा: बिहार में भारी बारिश के कारण जगह-जगह बाढ़ ने दस्तक दे दी है. वहीं शहरी इलाकों में जल-जमाव हो गया है. पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के बाद डीएमसीएच झील में तब्दील हो चुका है. रैन बसेरा निर्माण नहीं होने के कारण मरीज के परिजन भारी परेशानी का सामना कर रहे हैं. अस्पताल में किसी तरह रात गुजारने को मजबूर हैं.

बारिश ने DMCH में बढ़ाई परिजनों की परेशानी

मरीज के परिजनों को ठहरने के लिए रैन बसेरा का निर्माण का फैसला लिया गया था. इसका निर्माण नगर निगम की ओर से पिछले 3 सालों से करवाया जा रहा है. नगर निगम की लेटलतीफी ऐसी है कि इसका निर्माण कार्य कछुए की रफ्तार से चल रहा है. मरीजों के परिजन बरामदे और कोरिडोर में रात गुजारने को विवश हैं. परिजन इसी गंदे पानी के बीच रहकर खाना बनाते हैं और बरामदे में रात भी गुजार रहे हैं.

darbhanga
मरीज के परिजन

आधा-अधूरा पड़ा है रैन बसेरा
दरअसल शिशु और मेडिसिन वॉर्ड परिसर में दो रैन बसेरों का निर्माण कार्य चल रहा है. तीन मंजिला इमारत में अभी तक खिड़की, बिजली, पानी और शौचालय का काम अधूरा है. मरीज के परिजन बताते हैं कि रैन बसेरा नहीं बनने से काफी दिक्कत हो रही है. दो-तीन दिन की बारिश में पूरा अस्पताल झील बन गया है.

darbhanga
आधा-अधूरा पड़ा रैन बसेरा

कल्याण समिति में उठेगा मामला
डीएमसीएच अधीक्षक डॉ. राज रंजन प्रसाद ने बताया कि बारिश में मरीज के परिजनों को परेशानी हो रही है. शिशु और मेडिसिन वार्ड में रैन बसेरा बन रहा है. अभी तक नगर निगम की तरफ से इसे बना कर नहीं दिया गया है. इस संबंध में निगम को पत्र लिखा गया है. अगर नगर निगम कोई ठोस पहल नहीं कर पाती है तो कल्याण समिति की अगली बैठक में इस मुद्दे को उठाया जाएगा.

Intro:
बरसात और जल जमाव के बीच रह रहे डीएमसीएच के मरीज मरीजों के परिजनों को रैन बसेरा का लाभ नहीं मिल रहा है। इसके कारण शिशु रोग विभाग और मेडिसिन विभाग के मरीजों के परिजनों को बरामदे व कोरिडोर में रात गुजारने के लिए मजबूर हैं। आलम यह है कि नगर निगम की लापरवाही के चलते डीएमसीएच के शिशु व मेडिसिन वार्ड परिसर में दो रैन बसेरों का निर्माण अभी तक अधूरा पड़ा है। इस रेन बसेरा कर निर्माण इतनी धीमी गति चल रहा है कि पिछले 3 सालों से अधिक समय से बन रहे रैन बसेरा का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है। जिसके चलते यहां इलाज कराने आए परिजन को इस गंदे पानी के बीच रहकर खाना बनाने के साथ ही बरामदे पर रात गुजारना पड़ता है। जबकि इसी कोरिडोर बरामदे से प्रतिदिन डॉक्टर आते जाते रहते हैं पर इसकी चिंता किसी को नहीं है।


Body:दरअसल नगर निगम के द्वारा शिशु व मेडिसिन वार्ड परिसर में दो रैन बसेरा का निर्माण किया जा रहा है। मेडिसिन वार्ड स्थित जो रेन बसेरा का निर्माण हो रहा है वह तीन मंजिला इमारत है। नक्शे के अनुसार सभी मंजिल पर एक बड़ा हॉल व उसमें पानी से लेकर शौचालय की व्यवस्था रहेगी। लेकिन नगर निगम प्रशासन की लापरवाही के चलते इसमें अभी तक खिड़की बिजली पानी और शौचालय का काम अधूरा है।

वही लहेरियासराय निवासी विवेक कुमार चौधरी ने कहा कि कहने को तो दो रैन बसेरा बना रखा है। लेकिन शिशु विभाग का हाल तो आपके सामने ही है। लेकिन मेडिसिन को वार्ड रेन बसेरा सिर्फ नाम का ही रेन बसेरा है। वहां पर अभी तक काम पूरा नहीं हुआ है। जिसके चलते मरीजों के परिजन को रहने में इतनी असुविधा हो रही है। दो-तीन दिन की बारिश में पूरा अस्पताल झील में तब्दील हो गया है। ऐसे में यहां पर परिजनों के रहने की कोई व्यवस्था नहीं है। इस पर प्रशासन को ध्यान देना चाहिए।


Conclusion:वहीं जब हमने इस संबंध में डीएमसीएच के अधीक्षक डॉ राज रंजन प्रसाद से बात की तो उन्होंने परिजनों को हो रही परेशानी को मानते हुए कहा कि शिशु व मेडिसिन वार्ड में बन रहे रैन बसेरा को अभी तक नगर निगम ने हम लोगों को हैंडोवर नहीं किया है। जिसको लेकर नगर निगम से पत्राचार किया गया है। हमने खुद जाकर उसका निरीक्षण किया है। उसमें अभी भी बहुत काम बचा हुआ है। अगर जल्द नगर निगम इसके ठोस पहल नहीं करती है, तो रोगी कल्याण समिति की अगली बैठक में रैन बसेरा के मुद्दे को उठाया जाएगा।

Byte -------------
विवेक कुमार चौधरी, परिजन
डॉ राज रंजन प्रसाद, अस्पताल अधीक्षक
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.