दरभंगाः बहादुरपुर प्रखंड के मेकना पंचायत के मुखिया ने स्टेशन पहुंचकर स्पेशल ट्रेन से लौटे पंचायत के लोगों का स्वागत किया. इस दौरान फूल माला से सभी का सम्मान किया गया. फिर सभी को पंचायत में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर पर लाया गया.
'घर पहुंचने पर मिला सुकून'
दिल्ली से लौटे प्रवासी मजदूर राजेश कुमार मंडल ने कहा कि लॉकडाउन के कारण उनका रोजगार छिन गया. पास में जमापूंजी भी खत्म हो रही थी. इसी बीच सरकार ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन शुरू किया, तो उन्होंने घर लौटने का फैसला किया. उन्होंने बताया कि दरभंगा पहुंचे तो मुखिया की ओर नाश्ता, सैनिटाइजर और मास्क उपलब्ध कराया गया. घर पहुंचकर सुकून महसूस हो रहा है.
सरकारी इंतजाम नाकाफी- मुखिया
वहीं, मेकना पंचायत के मुखिया कलाम ने कहा कि पंचायत के गंगिया गांव के कुछ लोग दिल्ली में रहकर मजदूरी करते थे. लेकिन लॉकडाउन के बाद काम बंद हो गया. तो ये लौट अपने घर लौट आए. उन्होंने कहा कि सरकार के स्तर से स्टेशन से पंचायत पहुंचाने की व्यवस्था नाकाफी है. इसलिए वे खुद स्टेशन जाकर सभी को लेकर आए. सभी 14 दिनों तक क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहेंगे. बता दें कि पिछले 16 दिनों में आंध्र प्रदेश, केरल, कोटा, महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, कर्नाटक और मुंबई से प्रवासियों को लेकर कुल 25 ट्रेनें दरभंगा पहुंच चुकी हैं.