दरभंगा: सांसद गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि 12 सितंबर को उनके आग्रह पर केंद्रीय उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पूरी ने मिथिला के केंद्र दरभंगा के विद्यापति एयपोर्ट का निरीक्षण किया. मंत्री ने सितंबर से टिकट बुकिंग शुरू करने और नवंबर से हवाई सेवा शुरू करने की बात कही थी.
उन्होंने कहा कि मिथिला के केंद्र दरभंगा से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु के लिए स्पाइसजेट ने टिकट बुकिंग की सुविधा शुरू कर दी है. 8 नवंबर से हवाई सेवा शुरू होगी.
मिथिलावासियों को मिलेगा लाभ
सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शुरू किए गए महत्वाकांक्षी उड़ान योजना, ‘उड़े देश का आम नागरिक’ का लाभ 8 नवंबर से 8 करोड़ मिथिलावासियों को मिलेगा. उन्होंने कहा कि आज मेरा एक और सपना साकार हुआ है. मिथिला क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित मांग को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पूरी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का 8 करोड़ मिथिलावासियों के तरफ से आभार प्रकट किया.
प्रक्रिया को पूर्ण करने का आग्रह
गोपालजी ठाकुर ने टिकट बुकिंग शुरू करने और हवाई सेवा की तिथि निर्धारित होने पर सोमवार को केंद्रीय उड्डयन मंत्री पूरी से मिलकर उन्हें धन्यवाद दिया और आभार व्यक्त किया. उन्होंने दरभंगा एयरपोर्ट का नामकरण कवि कोकिल विद्यापति एयरपोर्ट किये जाने के लिए सभी प्रक्रिया को पूर्ण करने का आग्रह किया है.
9 राजमार्ग परियोजनाओं का शिलान्यास
सांसद ने कहा कि दरभंगा से हवाई सेवा प्रारंभ करने के लिए अपने विधायक काल से ही प्रयासरत रहा हूं. विधायिकी काल में विधानसभा में प्रश्न भी किया. उन्होंने कहा कि सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार में 14 हजार करोड़ रुपये से अधिक की 9 राजमार्ग परियोजनाओं का शिलान्यास किया और बिहार के 45,945 गांवों को ऑप्टिकल फाइबर इंटरनेट सेवाओं से जोड़ने के लिए 'घर तक फाइबर' कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
जाम से मिलेगा निजात
गोपालजी ठाकुर ने कहा कि आने वाले समय में इन परियोजनाओं के पूर्ण होने के बाद आम लोगों को लाभ मिलेगा. गंगा नदी पर पुलों की संख्या बढ़ेगी और लोगों को जाम से निजात मिलेगा. साथ ही झारखंड के लिए सीधी सड़क मार्ग होने की दूरी में कमी आएगी.
दो विधयेक पारित
सांसद ने कहा कि अन्नदाताओं और किसानों के हित में संसद में मोदी जी के नेतृत्व में दो विधयेक पारित किये गए. जिससे किसानों का सशक्तिकरण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इन विधेयकों के पारित होने के बाद किसान, उपज से खाद्य उत्पाद बनाने वाली कंपनियों, थोक और फुटकर विक्रेताओं और निर्यातकों आदि के साथ सीधे करार या व्यावसायिक समझौता कर सकेंगे. साथ ही अपने कृषि उत्पाद को बेहतर मूल्य पर अपनी पसंद के बाजार में देश के किसी हिस्से में बेच सकते हैं.