दरभंगा: 10 दिन पहले मकान में हुए विस्फोट के मामले की एसएसपी बाबू राम ने जांच की. उन्होंने बारीकी से उस मकान का मुआयना किया, जिसमें ये विस्फोट हुआ था. साथ ही आसपास के क्षतिग्रस्त मकानों को भी देखा. उन्होंने उस मकान के लोगों से पूछताछ की. इस दौरान दरभंगा नगर विधायक संजय सरावगी भी मौजूद रहे.
एसएसपी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये एक बड़ा विस्फोट था. ऐसा लगता है कि विस्फोटक को किसी केन या प्रेशर कुकर में रखा गया था. जिसमें ये फट गया. उन्होंने कहा कि मकान से पुलिस ने कुछ पटाखे और विस्फोटक भी बरामद किए हैं. जांच में ये पता चला कि मकान के लोग अवैध ढंग से पटाखे का कोरोबार करते थे. एसएसपी ने कहा कि जब्त विस्फोटक की क्षमता की जांच के लिए एफएसएल की टीम बुलाई गई है. उन्होंने कहा कि आरोपी जांच में पुलिस को सहयोग नहीं कर रहे हैं. अगर जरूरत पड़ी तो दोबारा रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ की जाएगी.
'पुलिस ने जल्दीबाजी में दिया बयान'
वहीं, दरभंगा नगर विधायक संजय सरावगी ने मीडिया से बात करते हुए विस्फोट के दिन दिए गए पुलिस के बयान को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि मकान में पटाखे की बात सही नहीं है. विधायक ने कहा कि यह विस्फोट बहुत बड़ा था. पुलिस को जल्दीबाजी में कोई बयान नहीं देना चाहिए था. दरभंगा विधायक ने बताया कि दरभंगा पहले से इंडियन मुजाहिदीन का चर्चित मॉड्यूल रहा है. यहां के कई लोगों के तार देश की कई आतंकी घटनाओं से जुड़े रहे हैं.
विधायक ने दी जानकारी
विधायक संजय सरावगी ने कहा कि एसएसपी खुद जांच कर रहे हैं. इसके पहले आईजी ने भी मामले की जांच की थी. उन्हें उम्मीद है कि मामले की सही से जांच की जाएगी. विधायक ने कहा कि उन्होंने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. इस मामले की जांच एनआईए या दूसरी बड़ी एजेंसी से कराई जानी चाहिए. बता दें कि दस दिन पहले यहां एक मकान में जोरदार विस्फोट हुआ था. जिसके बाद पूरे इलाके में खलबली मच गई थी.