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दरभंगा: DM ने किया DMCH का औचक निरीक्षण, अस्पताल प्रशासन को दिए अहम निर्देश - मातृ मृत्यु दर

जिले में अभी मातृ मृत्यु दर 177 है, जो राष्ट्रीय और राज्य औसत से काफी ज्यादा है.अस्पताल में वंडर एप के उपयोग के बारे में चिकित्सकों से बात किया गया है. इस एप के इस्तेमाल से मातृ मृत्यु दर पर पूर्ण रूप से रोक लग सकेगी.

DMCH के औचक निरीक्षण पर DM
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Published : Nov 19, 2019, 1:46 PM IST

दरभंगा: डीएम डॉ. त्यागराजन ने डीएमसीएच के गायनिक विभाग का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अस्पताल के उपाधीक्षक मणि भूषण शर्मा को कई अहम दिशा-निर्देश दिए. वहीं, आईसीयू में खराब मॉनिटर को बदलने के साथ-साथ ऑक्सीजन आपूर्ति व्यवस्था को मजबूत करने का आदेश दिया.

DMCH में इलाज कराते मरीजडीएमसीएच में इलाज कराते मरीज

'वंडर एप के बारे में की बातचीत'
निरीक्षण के बाद डीएम ने गायनिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. आशा झा, सिविल सर्जन डॉ अमरेंद्र नारायण झा, उपाधीक्षक डॉ मणि भूषण शर्मा सहित कई अन्य चिकित्सक के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने प्रसव के दौरान आने वाली समस्याओं के बारे में विस्तार से विचार-विमर्श किया.

ये भी पढ़ें- दरभंगा में जल्द मिलेंगी बेहतर मेडिकल सुविधाएं, ट्रामा सेंटर बनकर है तैयार

'रेफरेल केस के लिए होगा वंडर एप का इस्तेमाल'
ईटीवी भारत की टीम से बात करते हुए डीएम ने बताया कि रेफरेल केस के लिए अस्पताल में वंडर एप के उपयोग के बारे में चिकित्सकों से बात किया गया है. उन्होंने बताया कि यह एक महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट है. जिले में अभी मातृ मृत्यु दर 177 है, जो राष्ट्रीय और राज्य औसत से काफी ज्यादा है. इस एप के इस्तेमाल से मातृ मृत्यु दर पर पूर्ण रूप से रोक लग सकेगी.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

क्या है वंडर एप?
वंडर एप एक आईटी बेस्ड एप है. इस एप में गर्भवती की विस्तृत ब्योरा रहता है. एप पर मरीज का संपूर्ण ब्योरा मौजूद रहने के कारण प्राइमरी स्टेज पर मरीज के समस्या को ट्रैक किया जाता है.

ईटीवी की टीम से बात करते हुए DM
ईटीवी की टीम से बात करते हुए डीएम

दरभंगा: डीएम डॉ. त्यागराजन ने डीएमसीएच के गायनिक विभाग का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अस्पताल के उपाधीक्षक मणि भूषण शर्मा को कई अहम दिशा-निर्देश दिए. वहीं, आईसीयू में खराब मॉनिटर को बदलने के साथ-साथ ऑक्सीजन आपूर्ति व्यवस्था को मजबूत करने का आदेश दिया.

DMCH में इलाज कराते मरीजडीएमसीएच में इलाज कराते मरीज

'वंडर एप के बारे में की बातचीत'
निरीक्षण के बाद डीएम ने गायनिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. आशा झा, सिविल सर्जन डॉ अमरेंद्र नारायण झा, उपाधीक्षक डॉ मणि भूषण शर्मा सहित कई अन्य चिकित्सक के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने प्रसव के दौरान आने वाली समस्याओं के बारे में विस्तार से विचार-विमर्श किया.

ये भी पढ़ें- दरभंगा में जल्द मिलेंगी बेहतर मेडिकल सुविधाएं, ट्रामा सेंटर बनकर है तैयार

'रेफरेल केस के लिए होगा वंडर एप का इस्तेमाल'
ईटीवी भारत की टीम से बात करते हुए डीएम ने बताया कि रेफरेल केस के लिए अस्पताल में वंडर एप के उपयोग के बारे में चिकित्सकों से बात किया गया है. उन्होंने बताया कि यह एक महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट है. जिले में अभी मातृ मृत्यु दर 177 है, जो राष्ट्रीय और राज्य औसत से काफी ज्यादा है. इस एप के इस्तेमाल से मातृ मृत्यु दर पर पूर्ण रूप से रोक लग सकेगी.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

क्या है वंडर एप?
वंडर एप एक आईटी बेस्ड एप है. इस एप में गर्भवती की विस्तृत ब्योरा रहता है. एप पर मरीज का संपूर्ण ब्योरा मौजूद रहने के कारण प्राइमरी स्टेज पर मरीज के समस्या को ट्रैक किया जाता है.

ईटीवी की टीम से बात करते हुए DM
ईटीवी की टीम से बात करते हुए डीएम
Intro:दरभंगा के जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन ने डीएमसीएच के गायनिक विभाग का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई खामियां सामने आने के बाद उन्होंने उपाधीक्षक मणि भूषण शर्मा को उन्हें दूर करने का निर्देश दिया। वहीं दूसरी ओर आईसीयू के निरीक्षण के दौरान वहां बंद पर मॉनिटर को बदलने का निर्देश देते हुए ऑक्सीजन आपूर्ति की लचर व्यवस्था देखी। जिसे उन्होंने विस्तार करने का भी निर्देश दिया।


Body:वही निरीक्षण के बाद उन्होंने गायनिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ आशा झा, सिविल सर्जन डॉ अमरेंद्र नारायण झा, उपाधीक्षक डॉ मणि भूषण शर्मा सहित अन्य चिकित्सक के साथ बैठक की। बैठक में प्रसव के दौरान होने वाली जटिलताओं को कैसे डिजिटलाइज रूप में इस एप्स के माध्यम से अलर्ट जनरेट किया जाए, इस संदर्भ में विमर्श किया गया। ताकि दूरदराज से ए एन एम के द्वारा दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल को इसकी सूचना दी जा सके और इस एप्स के आयाम को विस्तारित किया जा सके। इसके संबंध में भी चर्चा की गई।


Conclusion:वही जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन ने कहा कि गायनिक विभाग का सामान्य तौर पर निरीक्षण भी किया गया है। साथ ही वंडर एप्स जो हमलोगों ने लांच किया है, उसका यहां पर रेफरल केश का अलर्ट जनरेट तथा उसके आधार पर ट्रीटमेंट की समीक्षा की गई थी। वही उन्होंने कहा कि निरीक्षण के आईसीयू के खराब हुए मॉनिटर तथा वेंटिलेटर को जल्द ठीक कराने का निर्देश के साथ ही ऑक्सीजन आपूर्ति का विस्तार करने का भी निर्देश दिया गया है। वही उन्होंने कहा कि हमलोगों का जो महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट है वंडर एप्स, उसको यहां पर चालू करने के लिए भी एक बैठक की है और बहुत जल्द यहां भी चालू हो जाएगा।

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डॉ त्यागराजन, जिलाधिकारी दरभंगा
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