दरभंगाः बिहार के दरभंगा में बड़ा हादसा हो गया. अगलगी की घटना में पिता-पुत्र जिंदा जल गए. घटना जिले के बहादुरपुर थाना क्षेत्र के भैरोपट्टी गांव की बतायी जा रही है. स्थानीय लोगों ने आग पर काबू पाने के भरपूर प्रयास किया, लेकिन फूस का घर होने के कारण आग विकराल रूप ले लिया. जिस वक्त घर मे आग लगी, उस वक्त घर में पांच लोग मौजूद थे, जिसमें से तीन लोग किसी तरह जान बचाकर बाहर निकल गए, लेकिन पिता पुत्र की झुलसने से मौत हो गई.
पिता पुत्र की झुलसने से मौतः मृतक की पहचान मो सब्बीर(45) और उनके पुत्र आमिर(13) के रूप में हुई है. मंगलवार की रात मो सब्बीर अपने परिवार के साथ सो रहे थे कि अचानक झोपड़ी में आग लग गई. घर के बाहर हल्ला सुनकर परिवार के तीन सदस्य मो. सब्बीर की पत्नी, उनका एक लड़का और एक लड़की की आंख खुली. तीनों किसी प्रकार घर से बाहर निकलकर अपनी जान बचा ली, लेकिन मो सब्बीर और आमिर की मौत हो गई. दोनों अंदर ही जलकर राख हो गए.
4-4 लाख का मिला मुआवजाः घटना की सूचना मिलने के बाद बहादुरपुर सीओ, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी मौके पर पहुंचकर हर संभव मदद का भरोसा दिया. पीड़ित परिवार को 4-4 लाख रुपए का चेक प्रदान किया गया. सरकार के द्वारा चलाई जाने वाली योजना का लाभ देने का भरोसा दिया गया. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज जांच में जुट गई है. हादसे के बाद परिवार का रो रोकर बुरा हाल है. दिलावरपुर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि इंद्रजीत यादव ने कहा कि पिता और पुत्र एक साथ घर में जलकर मर जाना दुर्भाग्यपूर्ण है.
अगरबत्ती से लगी आगः बहादुरपुर थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने घटना की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि झोपड़ी के बाहर में जलावन के लिए रखी सुखी लकड़ी में आग लग गई. आशंका है कि घर के लोग मच्छर भगाने के लिए अगरबत्ती जलाकर सोए हुए थे. शायद उसकी चिंगारी की वजह से किसी चीज में आग पकड़ ली और धीरे-धीरे आग की लपटे इतनी तेज हो गई कि घर में सोए पांच लोगों में से तीन लोगों ने किसी तरह अपनी जान बचा ली, लेकिन दो की मौत हो गई.
"घटना की जानकारी मिली है. आशंका है कि मच्छर भगाने के लिए जल रही अगरबत्ती से आग लगी है. इस घटना में दो लोगों की मौत हुई है. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. आगे की कार्रवाई की जा रही है." -नीरज कुमार, थानाध्यक्ष, बहादुरपुर
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