दरभंगा: उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (DMCH) में नर्सों की हड़ताल (Strike Of Nurses In DMCH) के कारण मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. नियमित वेतन की मांग को लेकर शनिवार से अस्पताल की नर्सें अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गईं हैं.
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अधीक्षक कार्यालय के सामने नर्सें अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गई हैं. जिसके चलते मरीज हल्कान हैं. परिजन अपने मरीजों को दवा दिलवाने के लिए इधर-उधर घूम रहे हैं, लेकिन उनकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है. नर्सों के हड़ताल के कारण मरीजों को दवाई और इंजेक्शन तक समय पर नहीं मिल रही है.
वहीं गायनी विभाग में अपने मरीज का इलाज करवा रहे गणेश कुमार ने कहा कि हमारे मरीज का कल 10 बजे ऑपरेशन हुआ था. शनिवार सुबह से अस्पताल की नर्सें हड़ताल पर चली गई हैं, जिसके कारण किसी भी मरीज को समय पर दवा, सुई नहीं मिल रहा है.
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"काफी संख्या में यहां पर मरीजों का ऑपरेशन हुआ है, पर नर्सों की हड़ताल की वजह से किसी प्रकार की सुविधा नहीं मिल रही है. दवा व अन्य चीजों के लिए हमें ही सचेत रहना पड़ रहा है."- गणेश कुमार, मरीज के परिजन
वहीं अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठी सीनियर नर्स ने बताया कि हम लोगों का वेतन पिछले कई महीनों से लंबित है. सरकार और अस्पताल प्रशासन से हमलोग लगातर नियमित वेतन की मांग कर रहे हैं.
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"हमलोगों की मांगों पर आजतक विचार नहीं किया गया है. जिसके कारण अब हम सभी ने अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का मन बना लिया है. हम लोग दिन-रात मरीजों की सेवा करते हैं, लेकिन हमें सुविधा के नाम पर कुछ नहीं मिलता. वेतन नियमित नहीं होने कारण परिवार को चलाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है."- पूनम कुमारी, सीनियर नर्स, डीएमसीएच
गौरतलब है कि तीन दिन पूर्व भी नियमित वेतन की मांग को लेकर डीएमसीएच की नर्सें हड़ताल पर चली गई थीं. जैसे ही नर्सों की हड़ताल की खबर अस्पताल अधीक्षक व प्राचार्य को लगी. उन्होंने नर्सों के साथ आपातकालीन बैठक करते हुए तीन दिन का समय मांगते हुए, काम पर लौटने का आग्रह किया था. जिसके बाद नर्स काम पर लौट आई थींं. इसके बाद मरीज और परिजनों ने भी राहत की सांस ली थी. अब तीन दिन बीत जाने के बाद एक बार फिर से नर्सों ने हड़ताल का रास्ता अख्तियार कर लिया है. ऐसे में मरीज और उनके परिजन परेशान हैं.