दरभंगा: जिले में बाढ़ ने इस साल बड़ी तबाही मचाई है. दो महीने पहले आई बाढ़ से यहां के 18 में से 15 प्रखंडों की 20 लाख से ज्यादा की आबादी प्रभावित हुई थी. अभी बाढ़ का पानी उतरे एक महीना भी नहीं हुआ था कि जिले के कई इलाकों में बाढ़ ने दोबारा दस्तक दे दी. हायाघाट और हनुमान नगर प्रखंडों के दर्जनों गांवों में बागमती नदी का पानी घुस गया है.
पानी तेजा से दूसरे इलाकों में भी फैल रहा है. इसकी वजह से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. फसल पूरी तरह डूब गई है. जो किसान तेलहन और दलहन की तैयारी कर रहे थे, उन्हें भी निराशा हाथ लगी है. लोगों के सामने खाने-पीने की चुनौती है. वहीं, पशु चारा को लेकर भी परेशानी हो रही है.
'सड़कों के ऊपर से बह रहा पानी'
हायाघाट स्थित नैयाम के अमित कुमार ने कहा कि दो दिन पहले बाढ़ का पानी इस इलाके में पहुंचा था. पानी तेजी से बढ़ रहा है. जलस्तर में रोजाना वृद्धि हो रही है. सड़कों के ऊपर से पानी बह रहा है. जिससे आवागमन में परेशानी हो रही है. प्रशासन की ओर से नाव का भी इंतजाम नहीं किया गया है. लोग जान जोखिम में डालकर आ-जा रहे हैं.
वहीं, हनुमान नगर निवासी रिंकू देवी ने बताया कि वो हायाघाट से सब्जी लाकर बेचा करती हैं. दो दिनों से सड़क पर काफी पानी बह रहा है. लिहाजा वाहन से आना-जाना संभव नहीं है. नाव सब्जी से लादकर लाने में काफी कठिनाई होती है. पहले की तुलना में ज्यादा किराया चुकाना पड़ रहा हैं. सरकारी नाव की व्यवस्था नहीं है.
'प्रशासन से नहीं मिल रही सहायता'
हनुमान नगर अंतर्गत पंचोभ पंचायत के मुखिया और मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष राजीव कुमार चौधरी ने कहा कि दोबारा बाढ़ का पानी आने की वजह से लोग काफी भयभीत हैं. इसी महीने की शुरुआत में बाढ़ का पानी उतरा था और अब दोबारा आ गया. गांवों के मुख्य रास्ते डूब गए हैं. पानी पिछले 48 घंटों में तेजी से बढ़ा है. यदि पानी इसी तेजी से आता रहा तो घर में घुस जाएगा.
राजीव कुमार चौधरी ने कहा कि जो किसान दलहन और तेलहन की फसल लगाने की तैयारी कर रहे थे उनकी मंशा पर पानी फिर गया. दो महीने पहले आई बाढ़ में भी फसल का काफी नुकसान हुआ था. उसके मुआवजे का लिए अभी तक आवेदन भी नहीं लिया गया है. उन्होंने कहा कि पशुओं के चारे की भारी समस्या हो रही है. जिला प्रशासन से उन्होंने नाव उपलब्ध कराने की मांग की थी, लेकिन अभी तक कोई सहायता नहीं मिली है. लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है.