दरभंगा: डीएम ने कोरोना महामारी के रोकथाम के लिये अपेक्षित दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन नहीं करने के चलते कई पदाधिकारी और कर्मियों से स्पष्टीकरण पूछा है. साथ ही उक्त सभी अधिकारियों को 24 घंटे के अंदर अपना-अपना स्पष्टीकरण समर्पित करने का निर्देश दिया है. इसमें प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, कुशेश्वरस्थान पूर्वी, बहेड़ी और बहादुरपुर, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, कुशेश्वरस्थान पूर्वी, बहादुरपुर और अंचलाधिकारी, बहादुरपुर और बहेड़ी के नाम शामिल हैं.
कठोर कार्रवाई की चेतावनी
डीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए कहा कि कोरोना की रोकथाम के लिए विधि-व्यवस्था, आपदा प्रबंधन और संदिग्ध संक्रमित व्यक्तियों के स्वास्थ्य जांच करवाने का संयुक्त दायित्व सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया गया है.
जिसको लेकर जिला स्तर पर गठित होम क्वारंटाइन कोषांग और अन्य कोषांग से पूरी स्थिति पर नजर रखी जा रही है. जिसमें देखा गया कि कुछ क्षेत्रीय पदाधिकारियों की ओर से इस कोरोना आपदा को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है. जिसको देखते हुए संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.
दुकानों की बराबर हो रही जांच
डीएम ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण सभी पीडीएस डीलरों को अप्रैल माह के नियमित अनाज के साथ एक माह का अतिरिक्त मुफ्त अनाज सभी लाभार्थी के बीच वितरित करने का आदेश दिया गया था. जिसका वितरण सही ढंग से सम्पन्न कराने हेतु सभी दुकानों की बराबर जांच की जा रही है.
जांच के क्रम में छोटाईपट्टी पंचायत के पीडीएस डीलर शत्रुघ्न सिंह की ओर से अनाज के वितरण में अनियमितता के साथ ग्राहकों के साथ दुर्व्यहार करने की शिकायतें प्राप्त हुई है. जिसको लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए सदर एसडीओ ने उनकी अनुज्ञपति रद्द कर दी है.