दरभंगाः शहर से लेकर गांव तक महाशिवरात्रि की धूम है. शिवालय में भक्तों का उल्लास देखते बनता है. शहर के श्यामा मंदिर परिसर स्थित माधेश्वर स्थान, गंगा सागर स्थित शिवालय, पंडासराय स्थित भूतनाथ महादेव सहित अन्य शिवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है.
दरभंगा राज परिसर स्थित मधेश्वरनाथ महादेव की महिमा अपरंपार है. इसकी ख्याति दूर-दूर तक फैली हुई है, यूं तो वर्षों भर इन के दरबार में भक्तों की भीड़ लगी रहती है. लेकिन महाशिवरात्रि के मौके पर भक्त इनके दरबार में अपना हाजिरी लगाना नहीं भूलते. भक्तों का मानना है कि यहां शिवलिंग की अर्चना कर शिवभक्त काशीविश्वनाथ के दर्शन जैसा फल पाते हैं.
कब हुआ थानिर्माण
दरअसल, यह शिव मंदिर दरभंगा राज परिसर की श्मशान भूमि पर बना हुआ है. इसका निर्माण महाराजा माधव सिंह ने 1775 से 1807 के आस पास में करवाया था. इसीलिए इस परिसर को लोग औघड़दानी मधेश्वरनाथ के नाम से संबोधित करते हैं. वैसे मंदिर के ऊपर मिथिला अक्षर में शिलापट्ट लगा हुआ है. लेकिन इसे पढ़ना सहज नहीं होने के कारण मंदिर का निर्माण समय स्पष्ट नहीं हो सका है.