दरभंगाः दरभंगा ब्लास्ट (Darbhanga Blast) मामले में एनआईए (NIA) को एक बड़ा सुराग हाथ लगा है. खबर है कि इस ब्लास्ट के पीछे पाकिस्तान से फंडिंग (Funding From Pakistan) किया जा रहा था. मामले में आईएसआईएस (ISIS) की संलिप्तता की बात सामने आने के एनआईए को यह जानकारी मिली है. एनआईए अब हिरासत में लिए गए कुल संदिग्धों की बैंक अकाउंट (Bank Account) की जांच करेगी.
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सैंपल को भेजा जाएगा कोलकता
घटनास्थल से बरामद सैंपल की बिहार FSL के द्वारा की गई जांच रिपोर्ट को संशोधन के लिए कोलकता एफएसएल लेबोरेट्री भेजा जाएगा. एटीएस के विशेष सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार बिहार एटीएस के द्वारा इकट्ठा किए गए सैंपल की जांच फिर से कोलकता एटीएस करेगी.
पुणे एफएसएल की टीम करेगी जांच
दरभंगा ब्लास्ट मामले में भेजे गए सैंपल की जांच कोलकाता एफएसएल लैबोरेट्री में पुणे एफएसएल की टीम करेगी. इधर इस ब्लास्ट के तार जिन क्षेत्रों में जुड़ रहे हैं, उन सभी क्षेत्रों के संगठनों की हिस्ट्री कंगाली जा रही है. एनआईए के विशेष सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार दरभंगा ब्लास्ट मामले में एनआईए के दौरा उच्च स्तर पर जांच शुरू कर दी गई है.
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दरभंगा ब्लास्ट की बड़ी बातें
बता दें कि बीते 17 जून को दरभंगा स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर ट्रेन से पार्सल उतारने के क्रम में ब्लास्ट हो गया था. इसके बाद से ही हमले के आतंकी कनेक्शन को खंगाले जाने लगे थे. अब तक इस मामले में यूपी एटीएस ने शामली से पिता-पुत्र दो संदिग्ध को गिरफ्तार किया है, वहीं आईएसआईएस के लिए काम करने वाले एक शख्स को तेलंगाना एटीएस ने गिरफ्तार किया है. फिलहाल एनआईए इस पूरे मामले की जांच कर रही है.
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