दरभंगा: कोरोना महामारी के समय बिहार के कामों को लेकर भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी ने हमला बोला है. पार्टी ने बिहार सरकार पर सीधा आरोप लगाया है कि कोरोना से लड़ने और उसके रोकथाम में सरकार असफल रही है. सरकार आम जनता को अपने भरोसे छोड़ दी है.
बता दें कि कोरोना महामारी और राज्य सरकार के कामों को लेकर भारत की कम्यूनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने जिले के लहेरियासराय पोलो मैदान स्थित धरना स्थल पर प्रेसवार्ता की. इस मौके पर के पार्टी के बिहार राज्य सचिव अवधेश कुमार ने कहा कि करोना महामारी से मुकाबला करने में सरकार असफल है. जिससे प्रदेशवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
इसके अलावे अवधेश कुमार ने कहा कि एक तरफ कोरोना संक्रमण का तेजी से विस्तार हो रहा है. वहीं, दूसरी तरफ सरकार मजदूरों और किसानों को राहत देने के बदले जनविरोधी अलोकतांत्रिक नीतियां थोप रही है. कोरोना महामारी के समय सरकार ने सभी को राशन और नगदी देने का ऐलान किया, लेकिन बड़ी संख्या में अभी भी गरीब इससे वंचित हैं. इसी कारण से पार्टी की केंद्रीय कमेटी ने लोगों से देशव्यापी जन प्रतिरोध करने का आह्वान किया है.
6 महीने तक 7500 रुपये देने की मांग
प्रदेश में खेती के हालातों को लेकर राज्य सचिव अवधेश कुमार ने कहा कि खेती चौपट हो रही है, किसान बर्बाद हो रहे हैं. किसानों के फसल ओने-पौने दामों में बिक रही है. मनरेगा में बड़े पैमाने पर लूट हो रही है. सरकार ने प्रवासी मजदूरों समेत सभी मजदूरों को काम देने का एलान किया लेकिन कहीं मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है. इसीलिए उन्होंने सरकार से मांग की है कि आयकर देने वाले लोगों के दायरे से बाहर सभी परिवारों को लॉकडाउन के दौरान 6 महीने तक 7500 रुपये आर्थिक सहायता दी जाए.
जरूरतमंदों को मुफ्त राशन देने की मांग
इसके साथ ही अवधेश कुमार ने कहा कि हमारी पार्टी सरकार से मांग करती है कि आगामी 6 महीने तक सभी जरूरतमंदो को 10 किलो मुफ्त राशन, मनरेगा के अंतर्गत काम और 500 रुपये मजदूरी, क्वारंटीन सेंटर जारी रखने और उसमें हो रही लूट पर रोक लगाने, सार्वजनिक संपत्तियों की लूट और बड़े पैमाने पर हो रहे निजीकरण पर रोक लगाया जाए.
16 जून को प्रदर्शन
इसके अलावाअवधेश कुमार ने कहा कि किसानों की कर्ज माफ करने की मांग को लेकर 16 जून को राज्य के तमाम जिलों में प्रर्दशन किया जाएगा. जिसके जरिए सरकार की नाकामियों और असफलताओं को सबों के सामने रखा जाएगा.