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बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में इंदिरा गांधी की भूमिका को जन-जन तक पहुंचाएगी कांग्रेस

दरभंगा में बांग्लादेश मुक्ति संग्राम की 50वींं वर्षगांठ पर कांग्रेस ने एकदिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया. इस सम्मेलन के माध्यम से कांग्रेस बांग्लादेश के निर्माण में भारत एवं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका के बारे में पूरे बिहार में बताएगी.

बांग्लादेश मुक्ति संग्राम
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Published : Aug 17, 2021, 9:01 PM IST

दरभंगा: बिहार के दरभंगा में बांग्लादेश मुक्ति संग्राम की 50वींं वर्षगांठ (50th Anniversary of Bangladesh Liberation War) पर जिला कांग्रेस कार्यालय में एकदिवसीय सम्मेलन (One Day Conference) का आयोजन किया गया. इस दौरान बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले 11 सैनिकों और उनके परिजनों को सम्मानित किया गया.

ये भी पढ़ें- सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को PM ने जातीय जनगणना पर मिलने का समय नहीं दिया, यह बिहार का अपमान- RJD

इसे मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा (Dr. Madan Mohan Jha), प्रदेश कांग्रेस की पर्यवेक्षिका जया मिश्रा एवं कार्यक्रम के प्रभारी सुनील सिंह समेत भारी संख्या में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे. इस दौरान बांग्लादेश मुक्ति संग्राम (Bangladesh Liberation War) कार्यक्रम की प्रभारी रीता सिंह ने कहा कि मुक्ति संग्राम 1971 की 50वीं वर्षगांठ पर कांग्रेस 1 अगस्त से लेकर 31 तक बिहार के सभी जिलों में कार्यक्रम आयोजित करेगी.

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने कहा कि बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के माध्यम से हम बांग्लादेश के निर्माण में भारत का रोल एवं तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) की क्या भूमिका बारे में लोगों तक जानकारियां पहुंचाएंगे. यही इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भी है. कुछ लोग जानकारी के अभाव में कुछ भी बोल लेते हैं. लेकिन सत्य यह है कि कांग्रेस ने हमेशा भारत और भारतवासियों के लिए संघर्ष किया है. उसमें हमारी पार्टी को कामयाबी भी हासिल हुई है. भारत में कांग्रेस द्वारा दिए गए बलिदान एवं संघर्ष को कभी भुलाया नहीं जा सकता.

बता दें कि बांग्लादेश का स्वतंत्रता संग्राम 1971 में हुआ था, जिसे ‘मुक्ति संग्राम’ के नाम से भी जाना जाता है जोकि 1971 में 25 मार्च से 16 दिसम्बर तक चला था. इस रक्तरंजित युद्ध के माध्यम से बांग्लादेश ने पाकिस्तान से आज़ादी हासिल की और 16 दिसम्बर सन 1971 को बांग्लादेश बना.

ये भी पढ़ें- बिहार में फिर निकला आरक्षण का जिन्न, RCP के 'आरक्षण मुद्दा नहीं' को विपक्ष ने बनाया 'मुद्दा'

भारत की पाकिस्तान पर इस ऐतिहासिक जीत को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है. पाकिस्तान पर यह जीत कई मायनों में ऐतिहासिक थी. भारत ने 93 हजार पाकिस्तानी सैनिकों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था. बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के माध्यम से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इंदिरा गांधी की भूमिका को हाइलाइट करने में जुटी है.

दरभंगा: बिहार के दरभंगा में बांग्लादेश मुक्ति संग्राम की 50वींं वर्षगांठ (50th Anniversary of Bangladesh Liberation War) पर जिला कांग्रेस कार्यालय में एकदिवसीय सम्मेलन (One Day Conference) का आयोजन किया गया. इस दौरान बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले 11 सैनिकों और उनके परिजनों को सम्मानित किया गया.

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इसे मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा (Dr. Madan Mohan Jha), प्रदेश कांग्रेस की पर्यवेक्षिका जया मिश्रा एवं कार्यक्रम के प्रभारी सुनील सिंह समेत भारी संख्या में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे. इस दौरान बांग्लादेश मुक्ति संग्राम (Bangladesh Liberation War) कार्यक्रम की प्रभारी रीता सिंह ने कहा कि मुक्ति संग्राम 1971 की 50वीं वर्षगांठ पर कांग्रेस 1 अगस्त से लेकर 31 तक बिहार के सभी जिलों में कार्यक्रम आयोजित करेगी.

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने कहा कि बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के माध्यम से हम बांग्लादेश के निर्माण में भारत का रोल एवं तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) की क्या भूमिका बारे में लोगों तक जानकारियां पहुंचाएंगे. यही इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भी है. कुछ लोग जानकारी के अभाव में कुछ भी बोल लेते हैं. लेकिन सत्य यह है कि कांग्रेस ने हमेशा भारत और भारतवासियों के लिए संघर्ष किया है. उसमें हमारी पार्टी को कामयाबी भी हासिल हुई है. भारत में कांग्रेस द्वारा दिए गए बलिदान एवं संघर्ष को कभी भुलाया नहीं जा सकता.

बता दें कि बांग्लादेश का स्वतंत्रता संग्राम 1971 में हुआ था, जिसे ‘मुक्ति संग्राम’ के नाम से भी जाना जाता है जोकि 1971 में 25 मार्च से 16 दिसम्बर तक चला था. इस रक्तरंजित युद्ध के माध्यम से बांग्लादेश ने पाकिस्तान से आज़ादी हासिल की और 16 दिसम्बर सन 1971 को बांग्लादेश बना.

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भारत की पाकिस्तान पर इस ऐतिहासिक जीत को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है. पाकिस्तान पर यह जीत कई मायनों में ऐतिहासिक थी. भारत ने 93 हजार पाकिस्तानी सैनिकों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था. बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के माध्यम से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इंदिरा गांधी की भूमिका को हाइलाइट करने में जुटी है.

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