दरभंगा: बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन यूनिस हकीम सोमवार को दरभंगा पहुंचे. जहां उन्होंने परिसदन में पत्रकारों से बात करते हुए सीएए और एनआरसी पर अपनी प्रतिक्रिया दी. यूनिस हकीम ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून सही है. जानकारी के अभाव में इसका विरोध हो रहा है. लेकिन, अगर इस कानून को एनआरसी से जोड़ा जाता है तो यह देश के लिए बहुत ही खतरनाक साबित होगा.
अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन यूनिस हकीम ने केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री का बयान कुछ और होता है फिर उनके मंत्री कुछ और बोलते हैं. ऐसे में लोगों में भ्रम पैदा हो रहा है. सीएए में कुछ भी मुसलमानों के खिलाफ नहीं है. सीएए कानून के अनुसार जो लोग प्रताड़ित होकर यहां आए हैं, उन्हें नागरिकता देने की बात कही गई है.
'नेताओं के बयान से हो रहा विवाद पैदा'
वहीं, यूनिस हकीम ने कहा कि कुछ नेताओं ने धर्म पर खतरा बताकर ऐसा भाषण दिया कि लोग डर गए. एनआरसी की कोई चर्चा अभी नहीं है, इसलिए अभी उसपर बयानबाजी नहीं करनी चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट में है. इसलिए अब सुप्रीम कोर्ट को निर्णय लेना है कि यह कानून सही है या गलत है.