दरभंगा: बिहार के दरभंगा ( Darbhanga District in Bihar ) जिले और पड़ोसी देश नेपाल में हो रही बारिश (Rain in Nepal) से कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड के कमला नदी (Kamla River), कोसी नदी (Koshi River), बलान नदी (Balan River) के जलस्तर में लगातार वृद्धि ( Rising Water Level of Rivers ) हो रही है. इससे प्रखंड के लगभग सभी पंचायतों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. जिसके कारण यहां के लोगों के आने-जाने का एकमात्र सहारा नाव (Boat) रह गया है.
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वहीं, सरकारी स्तर पर पर्याप्त मात्रा में नाव उपलब्ध नहीं होने के कारण लोगों को निजी नाव के सहारे जल मार्ग से होकर यातायात करना पड़ रहा है. जिसके चलते लोगों को आर्थिक शोषण का शिकार होना पड़ रहा है. लोगों ने बताया कि यह इलाका छह महीने पानी के बीच घिरा रहता है. लेकिन किसी भी सरकार ने इस क्षेत्र का विकास नहीं किया.
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'जब से होश संभाला हैं तब से यही स्थिति बनी हुई है. बाढ़ के पानी से यह क्षेत्र 6 महीना डूबा रहता है. जिसके कारण लाखों की आबादी हर साल प्रभावित होती है. लेकिन किसी सरकार ने सड़क की व्यवस्था नहीं की है. हम लोगों का कुशेश्वरस्थान मुख्य बाजार है. जहां से हम लोग अपनी जरूरत के सामान की खरीदारी कर नाव से आना-जाना करते हैं और कभी ऐसा भी होता है की नाव हादसे का शिकार हो जाता है.' : चांद, बाढ़ पीड़ित
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'बाढ़ प्रभावित इलाकों में यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए 84 निजी नाव तथा 2 सरकारी है. फिलहाल 84 निजी नाव में से 23 को आवश्यकता अनुसार लगाया गया है. ताकि बाढ़ पीड़ित लोगों को यात्रा करने में किसी प्रकार की कठिनाई ना हो.' : त्रिवेणी प्रसाद, अंचलाधिकारी, कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड
इसके साथ उन्होने ये भी कहा कि इसके अलावा अगर कहीं और नाव की आवश्यकता पड़ती है तो उसे तुरंत मुहैया कराया जाएगा.
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