दरभंगा : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार की राजनीति में बड़ा उलट फेर कर दिया है. वह एक झटके में एनडीए का साथ छोड़कर महागठबंधन का हिस्सा बन गए हैं. इतना ही नहीं राज्यपाल को 164 विधायकों का समर्थन पत्र (Letter of support of 164 MLAs to the Governor) सौंप कर महागठबंधन की सरकार भी बना ली है. ये बात अब उनकी पुराने साथी एनडीए को पसंद नहीं आ रही है. भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) अब इसे नीतीश कुमार का धोखा करार दे रही है. इसी मुद्दे को लेकर भाजपा के कार्यकर्ता कर्पूरी चौक पर नई सरकार के खिलाफ 'जनादेश से विश्वासघात दिवस' मनाते हुए धरना पर बैठे हैं.
नीतीश ने किया मतदाताओं को धोखा देने का काम : इस अवसर पर बीजेपी नेताओं ने 'नीतीश कुमार मुर्दाबाद' के नारे लगाए और नई सरकार के गठन को लोकतंत्र के खिलाफ कदम बताते हुए कहा कि हमलोगों ने हमेशा नीतीश कुमार का साथ दिया. कम संख्या होने के बाद भी लगातार भाजपा ने उनका समर्थन किया और उनको मुख्यमंत्री बनाकर उनके कद को बड़ा किया. लेकिन उन्होंने बिहार के मतदाताओं को धोखा देने का काम किया है. जिसका जवाब 2024 के लोकसभा चुनाव में यहां के मतदाता देंगे और भाजपा प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज करेगी.
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सांसद ने कहा, गिरती कानून-व्यवस्था का मुद्दा उन्हें नागवार लगा : वही धरना पर बैठे दरभंगा के भाजपा सांसद गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की जहां भी सरकार है, वहां कानून-व्यवस्था पर विशेष ध्यान देती है और काबू में रखती है. बिहार में गिरती हुई कानून व्यवस्था की स्थिति के मुद्दे को जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष रखा गया तो उन्हें नागवार लग गया. उन्होंने कहा कि हमलोग तो बिहार के विकास के काम में लगे थे, लेकिन नीतीश कुमार ने हमें अपनी नाराजगी का पता नहीं लगने दिया और विश्वासघात कर गए, जिसे बिहार की जनता कभी माफ नहीं करेगी.
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