दरभंगा: दरभंगा राज के आखिरी महाराजा सर कामेश्वर सिंह की 113वीं जयंती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई. इस अवसर पर दरभंगा राज के रामबाग पैलेस में राज परिवार की ओर से जयंती समारोह का आयोजन किया गया. इस समारोह का उद्घाटन बिहार के निशक्तता आयुक्त शिवाजी कुमार, महाराजा कामेश्वर सिंह के पौत्र कपिलेश्वर सिंह और दरभंगा के एसएसपी बाबूराम ने संयुक्त रूप से किया.
इस अवसर पर दिव्यांगों के लिए एक हेल्थ कैंप का आयोजन किया गया जिसमें दिव्यांगों को ट्राई साइकिल समेत कई उपकरण दिए गए.
दरभंगा राज की धरोहर से मिल सकी हैं रोजगार
'उनकी योजना है कि दरभंगा राज की धरोहरों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए. इसकी शुरुआत वे राजकिले के किनारे के सरोवर से करेंगे. सरोवर के किनारे लेक व्यू की तर्ज पर कॉटेज बनाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होने पर दरभंगा का नाम होगा और यहां के लोगों को रोजगार भी मिलेगा.' - कपिलेश्वर सिंह, महाराजा कामेश्वर सिंह के पौत्र
दरभंगा राज के द्वारा स्थापित बंद पड़े उद्योगों
'सरकार दरभंगा राज के द्वारा स्थापित बंद पड़े उद्योगों को अगर फिर से चालू कर दे तो यहां रोजगार की कमी नहीं रहेगी. बिहार के लोग काम की तलाश में दूसरी जगह पर जाते हैं. अगर यहां के बंद पड़े कल-कारखाने फिर से खोलें जाएं और उन्हें रोजगार यहीं पर मिल जाए तो वे बाहर क्यों जाएंगे.'- कविता सिंह, कपिलेश्वर सिंह की पत्नी
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राज्य सरकार की ओर से किया गया राशि आवंटन
'दरभंगा राज की ओर से स्थापित बिहार के सबसे बड़े अनाथालय पुअर होम को सशक्त बनाया जाएगा. पुअर होम का भवन बहुमंजिला बनाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. इस भवन में अनाथों के लिए सभी तरह की सुविधा होगी. राज्य सरकार की ओर से इसके लिए राशि का भी आवंटन कर दिया गया है.' - शिवाजी कुमार, निःशक्तता आयुक्त