बक्सर: बिहार के बक्सर के डुमराव अनुमण्डल के कोरानसराय में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जिसे देखकर और सुनकर हर कोई हैरान है. कोरानसराय थाना के सामने वाहन जांच कर रहे जिला परिवहन पदाधिकारी ने 6 हजार की बाइक पर 16 हजार का जुर्माना लगा दिया. जिसके बाद परीक्षा देकर बाइक से वापस लौट रहे छात्र बीच सड़क पर ही रोने लगे.
बक्सर में जुर्माना सुनते ही रोने लगे: दरअसल, रविवार को एक ही बाइक पर सवार होकर तीन छात्र परीक्षा देकर वापस लौट रहे थे. इस दौरान डुमराव अनुमण्डल के कोरानसराय थाने के सामने वाहन जांच कर रहे जिला परिवहन पदाधिकारी की इनपर नजर पड़ी. जिसके बाद उन्होंने गाड़ी का पेपर मांगा, वाहन इतनी पुरानी थी कि न तो उसका कोई कागजात था और न ही बाइक चालक ने हेलमेट पहने थे. जिला परिवहन पदाधिकारी ने 16 हजार का जुर्माना लगा दिया. जुर्माना की राशि सुनते ही छात्र रोने लगे. गिड़गिड़ाने लगे.
मुखिया में चंदा देकर जुर्माना राशि का किया भुगतान: जुर्माना की राशि सुनकर बीच सड़क पर छात्रों को रोता बिलखता देख वहां से गुजर रहे कंझारुआ पंचायत के मुखिया मोहम्मद असगर अली राहगीरों से चंदा देकर छात्र की मदद की. मिली जानकारी के अनुसार मुरार थाना क्षेत्र में स्थित राधा स्वामी आश्रम में रहकर आर्थिक रूप से कमजोर बच्चे पढ़ाई करते है.
"राधा स्वामी आश्रम में रहकर वह बीएड की पढ़ाई करता हूं. पिता मजदूर हैं. परीक्षा देने के जल्दबाजी में न तो वह ड्राइवरी लाइसेंस ले पाया और न ही हेलमेट लिया. वापस लौटने के दौरान गांव का ही एक और छात्र मिल गया तो हमलोग एक ही बाइक पर तीन लोग सवार होकर जा रहे थे. तभी वाहन जांच के दौरान हमे रोका गया. हमलोग कान पकड़कर माफी भी मांगे, लेकिन कोई सुनने को तैयार नही था. जिसके पास खाना खाने तक का पैसा नही है. वह 16 हजार का जुर्माना कहां से देंगे." - नीरज, छात्र
"इन छात्रों से हमारा कोई रिश्ता नहीं है और न ही मेरे पंचायत के हैं. जब हम यहां से गुजर रहे थे तो ड्रेस में इन छात्रों को रोता देख उतरा और डीटीओ साहब से हमने भी गुजारिश की. लेकिन वह अपने जिद पर अड़े हुए थे. इन छात्रों के मदद के लिए हमने आपस मे चंदा लगाया. जिसमें यहां मौजूद कई महिला एवं पुरुष पुलिसकर्मियों के साथ ही पत्रकारों एवं राहगीरों ने आर्थिक रूप से मदद की."- मोहम्मद असगर अली, मुखिया, कंझारुआ पंचायत
"जुर्माना जिला परिवहन पदाधिकारी के द्वारा लगाया गया था. कानून के अंतर्गत ही यह जुर्माना लगाया गया है. वाहन चालक के पास न तो वाहन की कोई कागजात था और न ही हेलमेट और लाइसेंस." - अफाख अख्तर अंसारी, एसडीपीओ, डुमराव अनुमण्डल
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