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बक्सर में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का मौन व्रत, किसानों पर अत्याचार के खिलाफ खोला मोर्चा

बक्सर में किसानों के आंदोलन को कई राजनीतिक दलों का समर्थन मिल रहा है. इसी कड़ी में शुक्रवार को अश्विनी चौबे ने मौन व्रत रखकर अपना रोष प्रकट किया. अंबेडकर चौक पर बीजेपी की तरफ से बिहार सरकार के खिलाफ कई पोस्टर भी लगाए गए, जिसमें लिखा था बिहार सरकार को नहीं लज्जा, मुआवजे के बदले दे रही सजा.

Union minister ashwini choubey
Union minister ashwini choubey
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Published : Jan 14, 2023, 1:46 PM IST

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का मौन व्रत

बक्सर : स्थानीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे बक्सर में अंबेडकर चौक पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर प्रतिमा के नीचे बिहार सरकार की दमनकारी नीतियों और रामचरितमानस के अपमान से दुखी होकर शुक्रवार से मौन व्रत पर थे.

बक्सर में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का मौन व्रत: केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट कर बताया कि अध्यात्म व धर्म की नगरी बक्सर में किसानों पर हुई पुलिस की बर्बरता, बिहार सरकार की दमनकारी नीतियों और रामचरितमानस ग्रंथ के अपमान से अत्यंत दुखी हूं. बिहार के कल्याण और शांति के लिए बक्सर के अंबेडकर चौक पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के नीचे मौन व्रत रख रहा हूं. प्रभु श्रीराम बिहार सरकार को सद्बुद्धि दें. किसानों व युवाओं पर अत्याचार बंद हो.

किसानों की पिटाई का विरोध: इस दौरान सांसद से मिलने के लिए पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी अंबेडकर चौक पर शुक्रवार को पहुंचे. जहां सांसद ने उनसे लिख लिख कर बात की. उन्होंने कहा कि वह अपना मौन व्रत शनिवार के दिन में 11 बजे तक जारी रखेंगे. इसके पूर्व उन्होंने चौसा में हुई जनसभा के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री को धृतराष्ट्र बताया था और कहा था कि उनके इशारे पर ही पुलिस इतनी बर्बर तरीके से किसानों की पिटाई कर रही है.

'शिक्षा मंत्री मांगे माफी': उन्होंने शिक्षा मंत्री डॉ चंद्रशेखर के द्वारा रामचरितमानस के अपमान किए जाने पर भी रोष व्यक्त किया था और इसके लिए उनसे माफी की बात कही थी. शनिवार को करीब 12 बजे केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने जूस पीकर अपना मौन व्रत तोड़ा.

अश्विनी चौबे को झेलना पड़ा था किसानों का विरोध: इससे पहले 12 जनवरी को जब बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री बक्सर के चौसा पहुंचे थे तो उन्हें पीड़ित किसानों का विरोध झेलना पड़ा था. दरअसल अश्विनी चौबे कुछ किसानों पर भड़क गए थे. उसके बाद उनके खिलाफ जमकर नारे लगे थे.

किसान कर रहे लंबे समय से आंदोलन: चौसा में एसजेवीएन द्वारा पावर प्लांट के लिए भूमि अधिग्रहण किया गया था. पिछले कई महीनों से किसानों का आंदोलन चल रहा है. आरोप है कि मंगलवार की देर रात पुलिस ग्रामीणों के घर में घुसकर महिलाओं, पुरुषों और बच्चों पर लाठीचार्ज किया. जिसमें कई लोग घायल हो गए. इस मामले में प्रदेश की सियासत भी गरम हो गई है.

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का मौन व्रत

बक्सर : स्थानीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे बक्सर में अंबेडकर चौक पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर प्रतिमा के नीचे बिहार सरकार की दमनकारी नीतियों और रामचरितमानस के अपमान से दुखी होकर शुक्रवार से मौन व्रत पर थे.

बक्सर में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का मौन व्रत: केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट कर बताया कि अध्यात्म व धर्म की नगरी बक्सर में किसानों पर हुई पुलिस की बर्बरता, बिहार सरकार की दमनकारी नीतियों और रामचरितमानस ग्रंथ के अपमान से अत्यंत दुखी हूं. बिहार के कल्याण और शांति के लिए बक्सर के अंबेडकर चौक पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के नीचे मौन व्रत रख रहा हूं. प्रभु श्रीराम बिहार सरकार को सद्बुद्धि दें. किसानों व युवाओं पर अत्याचार बंद हो.

किसानों की पिटाई का विरोध: इस दौरान सांसद से मिलने के लिए पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी अंबेडकर चौक पर शुक्रवार को पहुंचे. जहां सांसद ने उनसे लिख लिख कर बात की. उन्होंने कहा कि वह अपना मौन व्रत शनिवार के दिन में 11 बजे तक जारी रखेंगे. इसके पूर्व उन्होंने चौसा में हुई जनसभा के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री को धृतराष्ट्र बताया था और कहा था कि उनके इशारे पर ही पुलिस इतनी बर्बर तरीके से किसानों की पिटाई कर रही है.

'शिक्षा मंत्री मांगे माफी': उन्होंने शिक्षा मंत्री डॉ चंद्रशेखर के द्वारा रामचरितमानस के अपमान किए जाने पर भी रोष व्यक्त किया था और इसके लिए उनसे माफी की बात कही थी. शनिवार को करीब 12 बजे केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने जूस पीकर अपना मौन व्रत तोड़ा.

अश्विनी चौबे को झेलना पड़ा था किसानों का विरोध: इससे पहले 12 जनवरी को जब बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री बक्सर के चौसा पहुंचे थे तो उन्हें पीड़ित किसानों का विरोध झेलना पड़ा था. दरअसल अश्विनी चौबे कुछ किसानों पर भड़क गए थे. उसके बाद उनके खिलाफ जमकर नारे लगे थे.

किसान कर रहे लंबे समय से आंदोलन: चौसा में एसजेवीएन द्वारा पावर प्लांट के लिए भूमि अधिग्रहण किया गया था. पिछले कई महीनों से किसानों का आंदोलन चल रहा है. आरोप है कि मंगलवार की देर रात पुलिस ग्रामीणों के घर में घुसकर महिलाओं, पुरुषों और बच्चों पर लाठीचार्ज किया. जिसमें कई लोग घायल हो गए. इस मामले में प्रदेश की सियासत भी गरम हो गई है.

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