बक्सर: कांग्रेस पार्टी के युवराज इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा पर हैं. इसी बीच कांग्रेस के विधायक ने ये मान लिया है कि राहुल गांधी परिपक्व तब होंगे जब वो भारत जोड़ो यात्रा खत्म कर चुके होंगे. उनके पास खेतीबाड़ी की भी जानकारी तब तक हो जाएगी. गौरतलब है कि बिहार में भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra in Bihar) की शुरुआत 28 दिसंबर से हो रही है. उसी दिन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे बिहार पहुंचेंगे और इस यात्रा में 1 दिन के लिए शामिल होंगे. जानकारी के मुताबिक बिहार में यह यात्रा लगभग 1100 किलोमीटर की होगी और मुख्यत 17 जिलों से होकर गुजरेगी. वहीं बिहार में जब भारत जोड़ो यात्रा शुरू होगी वह इन 17 जिलों में ही नहीं बल्कि इसके अलावा अन्य जिलों में भी भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की जाएगी. कुल मिलाकर पूरे बिहार में करीब 30 जिलों में भारत जोड़ो यात्रा होगी जिसमें बिहार के कांग्रेस के बड़े नेता और कार्यकर्ता शामिल रहेंगे.
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राहुल गांधी नहीं आएंगे बिहार: दरअसल, कांग्रेस विधायक संजय कुमार तिवारी से जब पूछा गया कि राहुल गांधी बिहार में भारत जोड़ो यात्रा में शामिल नहीं होंगे, तो उन्होंने कहा कि जो उनका रूट है उसके अनुसार बिहार में वह नहीं आ पाएंगे. बिहार से जो भारत जोड़ो यात्रा चलेगी कहीं ना कहीं वह मुख्य भारत जोड़ो यात्रा में मिलेगी. कुल मिलाकर देखें तो देश में भाजपा जो धार्मिक उन्माद फैला रही है. निश्चित तौर पर उसको रोकने के लिए इस तरह की यात्रा है. साथ ही कांग्रेस का संगठन मजबूत हो कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा प्रदान हो. इसको लेकर ही भारत जोड़ो यात्रा चल रही है. कांग्रेस विधायक ने आगे कहा कि इस भारत जोड़ो यात्रा से राहुल गांधी में और परिपक्वता आ रही है. पहले वे ग्रामीण क्षेत्रों से पूरी तरह वाकिफ नहीं थे. जहां भी संगठन कमजोर है ,वहां राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा है. बिहार में चूंकी हमारा गठबंधन है, इसलिए यहां वे नहीं आएंगे.
भारत जोड़ो यात्रा से ये सब सीख रहे राहुल: कांग्रेस विधायक ने आगे कहा कि राहुल गांधी स्विमिंग करना अच्छी तरह जानते हैं, जिम करना अच्छी तरह जानते हैं, साइकिल चलाना अच्छी तरह जानतें हैं, पहाड़ पर चढ़ना अच्छी तरह जानते हैं. हिंदी और अंग्रेजी सहित कई भाषाओं का ज्ञान है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र और खेतीबाड़ी से पूरी तरह परिचित नहीं थे. आलू की खेती कैसे होती है, धान की खेती कैसे होती है? ये सब इस यात्रा में देख और समझ रहे हैं. गांवों में जाने से वहां का रहन-सहन, पारम्परिक पर्व त्यौहार वेशभूषा से वाकिफ हो रहे हैं. इस तरह पहले जो उनको लेकर कई तरह की भ्रांतियां थी अब दूर होंगी. भारत जोड़ो यात्रा से राहुल एक परिपक्व और नई उर्जा से ओत-प्रोत नेता के रूप में सामने आएंगे.
"राहुल गांधी ग्रामीण क्षेत्र और खेतीबाड़ी से पूरी तरह परिचित नहीं थे. आलू की खेती कैसे होती है, धान की खेती कैसे होती है? ये सब इस यात्रा में देख और समझ रहे हैं. गांवों में जाने से वहां का रहन-सहन, पारम्परिक पर्व त्यौहार वेशभूषा से वाकिफ हो रहे हैं. इस तरह पहले जो उनको लेकर कई तरह की भ्रांतियां थी अब दूर होंगी.भारत जोड़ो यात्रा से राहुल एक परिपक्व और नई उर्जा से ओत-प्रोत नेता के रूप में सामने आएंगे. 7 सितंबर से शुरू इस यात्रा में जिन राज्यों में राहुल गांधी नहीं पहुंचें वहां भी भारत जोड़ो यात्रा हुई है, चाहे वह असम हो पश्चिम बंगाल सभी जगह भारत जोड़ो यात्रा होगी. जिससे कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में ऊर्जा आएगी और कहीं ना कहीं कांग्रेस का संगठन पूरी तरह से मजबूत होगा."-संजय कुमार तिवारी, कांग्रेस विधायक
बिहार के 30 जिलों में भारत जोड़ो यात्रा: 7 सितंबर से शुरू इस यात्रा में जिन राज्यों में राहुल गांधी नहीं पहुंचें वहां भी भारत जोड़ो यात्रा हुई है, चाहे वह असम हो पश्चिम बंगाल सभी जगह भारत जोड़ो यात्रा होगी. जिससे कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में ऊर्जा आएगी और कहीं ना कहीं कांग्रेस का संगठन पूरी तरह से मजबूत होगा. उन्होंने कहा कि जहां-जहां से यात्रा गुजर रही है भारी संख्या में लोग उससे जुड़ रहे हैं. इस यात्रा को समर्थन लोगों द्वारा मिला मिल रहा है. बिहार में होने वाले भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी शामिल नहीं हो रहे हैं, लेकिन बिहार के जितने भी कांग्रेस के बड़े नेता हैं, वह बिहार के 30 जिलों में भारत जोड़ो यात्रा करेंगे. यह यात्रा भागलपुर से शुरू होकर बोधगया में खत्म होगी.