बक्सर: केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्वनी कुमार चौबे के संसदीय क्षेत्र के प्राथमिक उपस्वास्थ्य केंद्र भैंस का तबेला बन गया है. यहां डॉक्टर और नर्स की बैठने की जगह पर भैंस को बांधकर खिलाया जाता है. 4 वर्षों से इस उपस्वास्थ्य केंद्र पर कोई स्वास्थ्यकर्मी नहीं आता है. जिसके कारण स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
स्वास्थ्य विभाग का हाल बेहाल
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्वनी कुमार चौबे के संसदीय क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग का हाल बेहाल है. सरकार की ओर से दूरदराज के इलाकों में लोगों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए भले ही जगह जगह पर हेल्थ वैलनेस सेंटर ,प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ,प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र का स्थापना कराया गया है. लेकिन इन स्वास्थ्य केंद्रों की क्या स्थिति है, इसकी समीक्षा करने के लिए ना तो स्वास्थ्य विभाग के पास, और ना ही सरकार के पास समय है. जिसका नजारा जिले के सिमरी प्रखंड अंतर्गत गंगोली में देखने को मिला रहा है.
भैंस बांधने की जगह बनी उपस्वास्थ्य केंद्र
बताया जाता है कि वर्षों पहले स्वास्थ्य विभाग की ओर से बनाया गया प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र अब भैंस बांधने की जगह बन गई है. इस उप स्वास्थ्य केंद्र के बदहाल स्थिति को लेकर स्थानीय लोगों ने बताया कि ना तो यहां कभी डॉक्टर आते हैं , और ना ही यहां किसी तरह का कोई दवा मिलती है. छोटे-छोटे मरहम पट्टी कराने के लिए भी हम लोगो को डुमरांव या फिर बक्सर जाना पड़ता है. वहीं, लोगों का कहना है कि जब स्वास्थ्य कर्मी आते ही नही है तो लोग अपना भैस बांध दिए है.
'चिकित्सा प्रभारी पर की जाएगी कार्रवाई'
सिविल सर्जन डॉ उषा किरण से पूछा गया तो, उन्होंने कहा कि आज ही इस बात की जानकारी आपके द्वारा दी गई है ,जिसके बाद सिमरी प्रखंड के चिकित्सा प्रभारी और हेल्थ मैनेजर को उप स्वास्थ्य केंद्र को अतिक्रमण मुक्त कराने का सख्त निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि 2 दिनों के अंदर यदि वहां चिकित्सा सुविधा बहाल नहीं हुआ तो, वहां के स्वास्थ्य मैनेजर और चिकित्सा प्रभारी पर कार्रवाई की जाएगी.