बक्सरः एक दिवसीय दौरे पर बक्सर पहुंचे जाप संरक्षक और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने चुनावी वादों की झड़ी लगा दी. पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि धान की जिंदगी से शाहाबाद की जिंदगी बदल दूंगा. विश्वामित्र की पावन नगरी बक्सर से वीर कुंवर सिंह के धरती आरा तक केवल विकास की बात होगी.
विधानसभा चुनाव की तैयारी में लगे नेता
वहीं, ईडी मामले में ददन पहलवान के बचाव में उतरे पप्पू यादव ने कहा एक विधायक का ही क्यों? सभी मंत्री और अधिकारियों का भी हाईकोर्ट की निगरानी में अकूत संपत्ति की जांच हो. बक्सर की सड़कों पर गाड़ियों का लंबा काफिला और नेताओं का जनता प्रेम देखकर बक्सरवासियों ने यह सहज अनुमान लगाना शुरू कर दिया है कि इस कोरोना काल के बीच आगामी बिहार विधानसभा चुनाव हर हाल में होगा.
2019 के बाद जिला में नहीं आये थे कोई नेता
2019 के लोकसभा चुनाव के बाद विश्वामित्र के इस पावन धरती पर 1 साल तक कोई नेता नजर नहीं आए थे. लेकिन 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मी को देख, सत्ताधारी दल से लेकर विपक्षी पार्टी के नेता गांव-गांव में घूमकर जनसभा और लोगों से मुलाकात करने में लगे हुए हैं.
एक दिवसीय दौरे पर बक्सर पहुंचे पूर्व सांसद पप्पू यादव ने जिला के दोनों अनुमंडल के कई गांव में चुनावी सभा कर लोगों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने अपना चुनावी मेनिफेस्टो जारी करते हुए कहा कि धान की जिंदगी से बदलेगी शाहाबाद के लोगों की जिंदगी. कोई भी नौजवान बेरोजगार नहीं रहेगा. सबको रोजगार मुहैया कराऊंगा.
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सभी नेताओं की संपत्ति की हो जांच
वहीं, उन्होंने ईडी मामले में डुमराव जदयू विधायक ददन पहलवान का बचाव करते हुए कहा कि केवल एक विधायक का ही क्यों? सभी मंत्री एवं अधिकारियों की अकूत संपत्ति का जांच हाईकोर्ट के निगरानी में होनी चाहिए. ताकि बिहार की जनता भी यह जाने की 30 वर्षो तक लोगों ने कैसे इस बिहार को लूटा है.
वहीं दूसरी ओर, लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन मामले को लेकर पूर्व सांसद पप्पू यादव समेत 18 पर नमजद एवं 200 अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज हुआ है. एक दिवसीय दौरे पर बक्सर पहुंचने के बाद चक्की ओपी थाना क्षेत्र के चक्की गांव में पप्पू यादव ने जनसभा को सम्बोधित किया था. बक्सर एसपी ने इसकी जानकारी दी है.
कोरोना काल में सभी हो गये थे क्वारंटीन
बहरहाल, कोरोना काल में लॉकडाउन लगने के बाद, जनता को विपदा में छोड़ खुद क्वारंटीन होने वाले नेता, अब गांव की गलियों में लोगो के हाथ जोड़ रहे हैं. अब ना तो उन्हें कोरोना का डर है और ना ही संक्रमित होने की चिंता. कर्ज के बोझ तले दबे किसान की तकलीफ दूर करने की बात छोड़ अब उनके भाग्य बदलने का सपना दिखाकर वह खुद अपना भाग्य बदलने में लगे हुए हैं.