बक्सर: बिहार के बक्सर जिले के बुनियादी विद्यालय में उस समय अफरा तफरी मच गई, जब विद्यालय परिसर में अवस्थित जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय के समक्ष एक नियोजित शिक्षक ने आत्मदाह की कोशिश की (Niyojit Teacher attempted Self Immolation in Buxar). उन्होंने पेट्रोल छिड़ककर अपने कपड़ों में आग भी लगा ली थी, लेकिन वहां मौजूद विद्यालय के शिक्षकों ने तत्परता से बचा लिया. इसके बाद भी शिक्षक मुक्तेश्वर प्रसाद आत्मदाह करने की बात करते रहे.
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जानकारी के मुताबिक शिक्षक मुक्तेश्वर प्रसाद ने इसकी सूचना शिक्षा विभाग सहित जिला प्रशासन को दी थी. बताया जा रहा है कि कुछ शिक्षकों का डुमरांव, ब्रम्हपुर और इटाढी में वेतन बाधित है. इन्हीं सब मांगों को लेकर पिछले महीने 28 दिसंबर को उन्होंने अनशन भी किया था. कुछ शिक्षकों के द्वारा उन्हें समझाने बुझाने का प्रयास किया गया, लेकिन वो अपनी मांग पर डटे रहे और फिर जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में ही धरने पर बैठ गए.
वेतन नहीं मिलने से नाराज शिक्षक मुक्तेश्वर प्रसाद ने बताया कि ब्रह्मपुर, डुमरांव, इटाढी और डुमरांव में अनेक शिक्षकों का वेतन बाधित है. सूची बनाकर मांग पत्र भेजा जा चुका है, जिसके बावजूद शिक्षा विभाग के अधिकारी बकाया भुगतान नहीं कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पिछले दिसंबर माह में भी उन्होंने चार दिनों का अनशन किया था. बाद में अनुमंडल पदाधिकारी के आश्वासन के बाद अनशन समाप्त किया गया. लेकिन, अभी तक वेतन भुगतान के लिए कोई पहल नहीं की गई है.
वहीं, इस बाबत जिला शिक्षा पदाधिकारी अमर भूषण ने बताया कि घटना के वक्त मैं कार्यालय में नहीं था. ऐसे कृत्य सर्वथा अनुचित है. वैश्विक महामारी कोविड संक्रमण को देखते हुए सरकारी कार्यालयों में राज्य सरकार द्वारा अनाधिकृत प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है. ऐसे में यह कोविड गाइडलाइंस का घोर उल्लंघन है. इस संदर्भ में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को नियोजित शिक्षक मुक्तेश्वर प्रसाद के विरुद्ध स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दे दिया गया है.
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