बक्सरः बिहार में लोजपा (LJP) में दो फाड़ होने के बाद कांग्रेस के दर्जनों विधायकों के जदयू (JDU) के संपर्क में होने की खबरें तैरने लगीं. सियासत तो तब और गरमा गई जब जिले के दोनों विधायकों के पास चकाचक नई फॉर्च्यूनर कार देखने को मिली. हालांकि कांग्रेस के विधायक विश्वनाथ राम ने पार्टी में टूट के दावों को खारिज करते हुए कहा कि वे अपने संगठन के साथ मजबूती के साथ खड़े हैं.
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"पार्टी में टूट को लेकर किए जा रहे दावे पूरी तरह से गलत और बेबुनियाद है. हम निष्ठापूर्वक तन, मन और धन से कांग्रेस पार्टी के साथ हैं. टूटने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है. बिहार में जदयू का खुद अपना जनाधार नहीं है. जदयू बिना पृष्ठभूमि की पार्टी है. मात्र दो फीसदी वोट बैंक के आधार के नेता के साथ कौन जाना चाहेगा? "- विश्वनाथ राम, कांग्रेस विधायक
"घर बनाना और गाड़ी लेना दोनों दो विषय है. हमारे पिताजी भी विधायक रहे हैं. नहीं जानने वाले लोगों के बताना चाहेंगे कि एमएलए बनने के बाद तो कोई भी लोन दे देता है. हम दोनों विधायकों ने राज्य सरकार द्वारा विधायकों को 3% ब्याज पर जो ऋण दिया जाता है, उससे गाड़ियों की खरीद की है. हम विधायिकी के तनख्वाह से लोन चुकाएंगे."- विश्वनाथ राम, कांग्रेस विधायक
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जदयू नेता ने गाड़ी पर उठाया था सवाल
बता दें कि जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने सवाल उठाया है कि विधायक विश्वनाथ राम और मुन्ना तिवारी के यहां रातों-रात इतनी महंगी फार्च्यूनर गाड़ी कहां से आ गई. वह भी तब जब कोरोना काल में विधायकों का फंड रोक दिया गया है. गाड़ी खरीदने के लिए उनके पास इतने रुपये कहां से आए, इसकी जांच होनी चाहिए.
कांग्रेस में टूट की हवा
बिहार की राजनीति में तेजी से बदलाव हो रहा हैं. एनडीए (NDA) में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे महागठबंधन को तब झटका लगा, जब एलजेपी में टूट हो गई. इससे जहां छोटे दल सहम गए हैं, वहीं, कांग्रेस (Congress) पर भी टूट का खतरा मंडरा रहा है. माना जा रहा है कि पार्टी के कई विधायक लगातार नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के संपर्क में हैं.