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5 साल में 5 गुणा से अधिक बढ़ी है जिले में शराब तस्करों की संख्या

शराबबंदी कानून लागू होने के बाद जहां इस पर रोक लगने उम्मीद थी लेकिन परिस्थिति ठीक इसके उलट है. प्रत्येक साल शराब तस्करों की संख्या में बेतहासा वृद्वि हो रही है. पिछले 5 वर्षो में शराब तस्करों की संख्या में 5 गुणा का इजाफा हुआ है.

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बरामद शराब
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Published : Mar 18, 2021, 4:32 PM IST

बक्सर: बिहार में शराबबंदी का कानून वर्ष 2016 से लागू है. उसके बाद भी प्रदेश में शराब का कारोबार धड़ल्ले से हो रहा है. स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस कुछ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजती है. कुछ तस्कर बीच का रास्ता खोज कर जेल जाने से बच जाते हैं और फिर से उसी कारोबार में रम जाते हैं। जिसका परिणाम है कि पिछले 5 वर्षो में शराब तस्करों की संख्या में 5 गुणा इजाफा हुआ है.

बरामद शराब
बरामद शराब

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प्रत्येक वर्ष शराब तस्करों की संख्या में इजाफा
शराबबंदी कानून लागू होने के बाद जहां इस पर रोक लगने उम्मीद थी, परिस्थिति ठीक इसके उलट है. अब तक प्रत्येक साल शराब तस्करों की संख्या में बेतहासा वृद्वि हो रही है. कई युवा हैं जो कोरोना काल के दौरान इस अवैध कारोबार से जुड़ गए. विभागीय आंकड़ों के अनुसार बक्सर जिले में पिछले 5 सालों में प्रत्येक माह 100 से ज्यादा लोगों को शराब तस्करी करते रंगे हाथों गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. यह भी देखा गया है कि 90 दिन के अंदर 98% प्रतिशत से अधिक शराब तस्कर जमानत पर छूट जाते हैं और फिर से उसी कारोबार में लग जाते हैं.

5 साल में 6 हजार से अधिक लोग हुए गिरफ्तार
पिछले 5 साल में बक्सर पुलिस एवं उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने 6 हजार से अधिक शराब तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. लेकिन 1% भी शराब तस्करों को सजा दिलाने में पुलिस सफल नहीं पाई. विभागीय अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2016 से अब तक मात्र 2 लोगों को ही सजा मिली. बाकी जमानत कराने के बाद फिर उसी कारोबार में लगे हुए हैं.

इसे भी पढ़ें: 16 अप्रैल से बक्सर में शुरू होगा 'बक्सर के राम' के नाम से 'राम महोत्सव'

कई शराब कारोबारियों ने अर्जित की करोड़ों की संपत्ति
पिछले 5 वर्ष के अंदर जिले में कई ऐसे शराब कारोबारी हैं जिन्होंने करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली है. पुलिस जब परिवार के किसी भी एक सदस्य को तस्करी के आरोप में गिरफ्तार करती है तो परिवार का दूसरा सदस्य उस कारोबार को संभालने में लग जाता है. कुछ ही दिन बाद फिर वह जमानत करा लेते हैं.

आज भी अलग-अलग थाना क्षेत्रों से सैकड़ों लीटर शराब बरामद
जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से बक्सर पुलिस एवं उत्पाद विभाग ने सैकड़ों लीटर शराब की जब्ती की. गुप्त सूचना के आधार पर उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने गंगा नदी में ही घेराबन्दी कर वोट पर लदे लगभग 400 लीटर शराब वोट के साथ जब्त किया. उत्पाद अधीक्षक देवेन्द्र प्रसाद ने बताया कि होली को लेकर शराब तस्कर लगातार उत्तर प्रदेश से बक्सर की सीमा में शराब की सप्लाई करने में लगे हुए है.

गौरतलब है कि जिले में साल 2016 में जहां 320 लोगों को शराब तस्करी करते गिरफ्तार किया गया था. वहीं 2017 में इस कारोबार से जुड़ने वालों की संख्या में 3 गुणा का इजाफा हो गया और गिरफ्तार होने वालों की संख्या 965 पर पहुंच गई. वही वर्ष 2018 में 1370 जबकि 2019 में लगभग 1700 लोगों को शराब तस्करी करते गिरफ्तार किया गया.

बक्सर: बिहार में शराबबंदी का कानून वर्ष 2016 से लागू है. उसके बाद भी प्रदेश में शराब का कारोबार धड़ल्ले से हो रहा है. स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस कुछ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजती है. कुछ तस्कर बीच का रास्ता खोज कर जेल जाने से बच जाते हैं और फिर से उसी कारोबार में रम जाते हैं। जिसका परिणाम है कि पिछले 5 वर्षो में शराब तस्करों की संख्या में 5 गुणा इजाफा हुआ है.

बरामद शराब
बरामद शराब

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प्रत्येक वर्ष शराब तस्करों की संख्या में इजाफा
शराबबंदी कानून लागू होने के बाद जहां इस पर रोक लगने उम्मीद थी, परिस्थिति ठीक इसके उलट है. अब तक प्रत्येक साल शराब तस्करों की संख्या में बेतहासा वृद्वि हो रही है. कई युवा हैं जो कोरोना काल के दौरान इस अवैध कारोबार से जुड़ गए. विभागीय आंकड़ों के अनुसार बक्सर जिले में पिछले 5 सालों में प्रत्येक माह 100 से ज्यादा लोगों को शराब तस्करी करते रंगे हाथों गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. यह भी देखा गया है कि 90 दिन के अंदर 98% प्रतिशत से अधिक शराब तस्कर जमानत पर छूट जाते हैं और फिर से उसी कारोबार में लग जाते हैं.

5 साल में 6 हजार से अधिक लोग हुए गिरफ्तार
पिछले 5 साल में बक्सर पुलिस एवं उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने 6 हजार से अधिक शराब तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. लेकिन 1% भी शराब तस्करों को सजा दिलाने में पुलिस सफल नहीं पाई. विभागीय अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2016 से अब तक मात्र 2 लोगों को ही सजा मिली. बाकी जमानत कराने के बाद फिर उसी कारोबार में लगे हुए हैं.

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कई शराब कारोबारियों ने अर्जित की करोड़ों की संपत्ति
पिछले 5 वर्ष के अंदर जिले में कई ऐसे शराब कारोबारी हैं जिन्होंने करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली है. पुलिस जब परिवार के किसी भी एक सदस्य को तस्करी के आरोप में गिरफ्तार करती है तो परिवार का दूसरा सदस्य उस कारोबार को संभालने में लग जाता है. कुछ ही दिन बाद फिर वह जमानत करा लेते हैं.

आज भी अलग-अलग थाना क्षेत्रों से सैकड़ों लीटर शराब बरामद
जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से बक्सर पुलिस एवं उत्पाद विभाग ने सैकड़ों लीटर शराब की जब्ती की. गुप्त सूचना के आधार पर उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने गंगा नदी में ही घेराबन्दी कर वोट पर लदे लगभग 400 लीटर शराब वोट के साथ जब्त किया. उत्पाद अधीक्षक देवेन्द्र प्रसाद ने बताया कि होली को लेकर शराब तस्कर लगातार उत्तर प्रदेश से बक्सर की सीमा में शराब की सप्लाई करने में लगे हुए है.

गौरतलब है कि जिले में साल 2016 में जहां 320 लोगों को शराब तस्करी करते गिरफ्तार किया गया था. वहीं 2017 में इस कारोबार से जुड़ने वालों की संख्या में 3 गुणा का इजाफा हो गया और गिरफ्तार होने वालों की संख्या 965 पर पहुंच गई. वही वर्ष 2018 में 1370 जबकि 2019 में लगभग 1700 लोगों को शराब तस्करी करते गिरफ्तार किया गया.

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