बक्सर: कोरोना काल में संक्रमण से बचने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) से लेकर पंचायत स्तर तक मास्क के प्रयोग पर बल दिया जा रहा है. अब लोगों में मास्क को 'मेरा तुम्हारा सुरक्षा कवच' भी कहा जाने लगा है. जिसकी महत्ता को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से पंचायत सचिवों के द्वारा गांवों में मास्क का वितरण कराया जा रहा है. इतने बड़े पैमाने पर मास्क वितरण के लिए उसकी पूर्ति हेतु जिले के विभिन्न इलाकों में जीविका दीदियों का समूह जुटा हुआ है.
राज्य सरकार व जिला प्रशासन के आह्वान पर जीविका समूह की दीदियां संक्रमण काल में भी गांव-समाज को नई दिशा दिखाने के साथ-साथ आपदा के समय हालात सुधारने में भी तटस्थता के साथ खड़ी हैं. संक्रमण के खिलाफ जारी लड़ाई में आपदा को अवसर में तब्दील करते हुए जीविका से जुड़ी महिलाओं ने चुनौतियों का मुकाबला करते हुए अपने परिवार को सम्बल प्रदान किया है.
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पंचायती राज विभाग को दिया जा रहा मास्क
जीविका नान फार्म के प्रबंधक भारद्वाज प्रसाद ने बताया, कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान अब तक लगभग 4.5 लाख से ज्यादा मास्क की आपूर्ति पंचायती राज विभाग को उनके मांग के अनुरूप की गई है. आंकड़ों के अनुसार चौसा में 25 हजार, राजपुर में 61 हजार, डुमरांव में 18 हजार, नवानगर में 34 हजार, ब्रह्मपुर 78 हजार, केसठ में साढ़े 15 हजार, बक्सर सदर 33 हजार, इटाढी में 75 हजार, चौगाई में 6 हजार, सिमरी में 71 हजार मास्क की आपूर्ति की गई है. इसमें मनरेगा भी शामिल है.
सभी प्रखंडों में जीविका दीदियां उत्पादक सह सिलाई केन्द्र और संकुल स्तरीय संघ के माध्यम से मास्क और हेयर कवर की मांग के अनुरूप निर्माण एवं आपूर्ति कर रही हैं. मास्क की खरीद और बिक्री नकद न होकर सीधे संगठन के खाते में भुगतान करने की प्रक्रिया है. राज्य सरकार के विश्वास पर खड़ी उतरीं जीविका दीदियां विभिन्न रूपों में कोरोना वारियर्स के रूप में काम कर रही हैं.
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स्कूली बच्चों को भी उपलब्ध कराया गया था मास्क
जीविका के संचार प्रबंधक रौशन कुमार ने बताया कि कोविड-19 की पहली लहर में जीविका दीदियों ने सरकार और प्रशासन के साथ कदमताल करते हुए एक तरफ कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए गांव-गांव में जागरुकता अभियान चलाया. लोगों को घर में रहने, सामाजिक दूरी का अनुपालन करने एवं स्वास्थ्य तथा पोषण के प्रति सजग रहने का पाठ पढ़ाया. साथ ही, जिले में मास्क की कमी को भी पूरा किया.
इसके साथ ही क्वारंटाइन सेंटर में लोगों को शुद्ध एवं पौष्टिक नास्ता और भोजन भी उपलब्ध कराया. उन्होंने बताया कि सरकार के दिशा-निर्देश पर पहली लहर के बाद स्कूल खुलने पर जीविका दीदियों ने स्कूली बच्चे-बच्चियों के लिए मास्क की आपूर्ति की.
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हर परिवार को दिये जाने हैं 6-6 मास्क
जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक अरूण कुमार ने बताया, राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले के सभी गांवों के हर घर में 6-6 मास्क पंचायत प्रतिनिधियों के माध्यम से जीविका दीदियों को देना है. सरकार के इस निर्देश के अनुरूप जीविका दीदियों ने बड़े पैमाने पर अधिप्राप्ति नियमों का अनुपालन करते हुए तय मानक के अनुरूप कपड़े की खरीददारी करते हुए मास्क का निर्माण किया एवं मांग के अनुरूप आपूर्ति कर रही हैं.
उन्होंने बताया जीविका दीदियों द्वारा बनाये गए मास्क की मांग भी बड़े पैमाने पर है. अब तो जीविका दीदियों द्वारा बनाये गए मास्क को पहनना फैशन और जागरुकता कार्यक्रम के कारण आदत में भी शामिल हो गया है.