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बक्सर में तेजी से बढ़ रहा गंगा का जलस्तर, जिला प्रशासन अलर्ट

केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक 2 सेंटीमीटर प्रति घंटा के रफ्तार से जलस्तर बढ़ रहा है. गंगा का जल स्तर अभी भी खतरे के निशान से 6 मीटर दूर है.

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Published : Jul 11, 2020, 11:02 PM IST

बक्सर: गंगा के तटवर्ती इलाकों में लगतार हो रही भारी बारिश के कारण गंगा के जल स्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है. इसे देखते हुए बाढ़ नियंत्रण विभाग और जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. हालांकि, केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से 6 मीटर नीचे है. बावजूद इसके गंगा दियारा के इलाका में रहने वाले लोगो में भय का माहौल है.

जिले में गंगा के जलस्तर में हो रही वृद्धि को लेकर केंद्रीय जल आयोग के कनीय अभियंता कन्हैया कुमार ने पूरी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि गंगा के तटवर्ती इलाकों में लगातार भारी बारिश होने के कारण गंगा का जलस्तर 2 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है. हालांकि, अब भी चेतावनी बिन्दु से गंगा का पानी 6 मीटर नीचे है.

पेश है रिपोर्ट

बाढ़ से निपटने की पूरी तैयारी
बाढ़ नियंत्रण विभाग से गंगा के जलस्तर में वृद्धि की जानकारी मिलने के बाद जिला प्रशासन के अधिकारी अलर्ट हो गए हैं. एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने कहा कि पूर्व के वर्ष में बाढ़ से निपटने के अनुभव को देखते हुए सारी तैयारी पूरी कर ली गई है. गंगा के तटवर्ती इलाके के सभी थानेदारों को अलर्ट किया गया है. थानेदार अपने-अपने इलाकों में नजर बनाए हुए हैं.

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केंद्रीय जल आयोग का कार्यालय

बाढ़ का दंश झेल चुके हैं जिलावासी
वर्ष 2016 और 2019 में जिला के पांच प्रखंड चौसा, बक्सर, सिमरी, चक्की और ब्रह्मपुर में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई थी. जिसे याद कर लोग आज भी सहम जाते हैं. प्रभावित लोगों ने लगभग एक महीने तक कोईलवर तटबंध पर बने राहत कैंप में बिताया था. हजारों एकड़ में धान और मक्का का फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गया था. बता दें कि गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही जिला में शराब माफिया भी सक्रिय हो जाते हैं. ऐसे में पुलिस के लिए बाढ़ से निपटने के साथ गंगा नदी से होने वाले शराब की तस्करी को भी नियंत्रित करना चुनौती हो जाता है.

बक्सर: गंगा के तटवर्ती इलाकों में लगतार हो रही भारी बारिश के कारण गंगा के जल स्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है. इसे देखते हुए बाढ़ नियंत्रण विभाग और जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. हालांकि, केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से 6 मीटर नीचे है. बावजूद इसके गंगा दियारा के इलाका में रहने वाले लोगो में भय का माहौल है.

जिले में गंगा के जलस्तर में हो रही वृद्धि को लेकर केंद्रीय जल आयोग के कनीय अभियंता कन्हैया कुमार ने पूरी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि गंगा के तटवर्ती इलाकों में लगातार भारी बारिश होने के कारण गंगा का जलस्तर 2 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है. हालांकि, अब भी चेतावनी बिन्दु से गंगा का पानी 6 मीटर नीचे है.

पेश है रिपोर्ट

बाढ़ से निपटने की पूरी तैयारी
बाढ़ नियंत्रण विभाग से गंगा के जलस्तर में वृद्धि की जानकारी मिलने के बाद जिला प्रशासन के अधिकारी अलर्ट हो गए हैं. एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने कहा कि पूर्व के वर्ष में बाढ़ से निपटने के अनुभव को देखते हुए सारी तैयारी पूरी कर ली गई है. गंगा के तटवर्ती इलाके के सभी थानेदारों को अलर्ट किया गया है. थानेदार अपने-अपने इलाकों में नजर बनाए हुए हैं.

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बाढ़ का दंश झेल चुके हैं जिलावासी
वर्ष 2016 और 2019 में जिला के पांच प्रखंड चौसा, बक्सर, सिमरी, चक्की और ब्रह्मपुर में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई थी. जिसे याद कर लोग आज भी सहम जाते हैं. प्रभावित लोगों ने लगभग एक महीने तक कोईलवर तटबंध पर बने राहत कैंप में बिताया था. हजारों एकड़ में धान और मक्का का फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गया था. बता दें कि गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही जिला में शराब माफिया भी सक्रिय हो जाते हैं. ऐसे में पुलिस के लिए बाढ़ से निपटने के साथ गंगा नदी से होने वाले शराब की तस्करी को भी नियंत्रित करना चुनौती हो जाता है.

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