बक्सरः उत्तराखंड में रविवार को हुए ग्लेशियर हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. इस घटना से बिहार भी अछूता नहीं है.उत्तराखंड जल प्रलय में बिहार के भी 5 लोग लापता बताए जा रहे हैं. इनमें से तीन वहां चल रहे प्रोजेक्ट में काम करते थे. ग्लेशियर टूटने की घटना के बाद बाढ़ की संभावनाओं को देखते हुए बिहार सरकार ने गंगा नदी से सटे सभी जिलों में अलर्ट जारी किया है. सभी जिलों के अधिकारियों को 15 दिनों तक अलर्ट पर रहने के निर्देश जारी किए गए हैं.
"विभाग से प्राप्त आदेश के आलोक में सभी अंचलाधिकारी और बाढ़ नियंत्रण विभाग के पदाधिकारियों को गंगा के जल स्तर पर नजर बनाए रखने की सख्त हिदायत दी गई है." अमन समीर, जिलाधिकारी
15 दिनों तक अलर्ट मोड
जिलाधिकारी अमन समीर ने कहा कि किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन और बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी पूरी तरह से तैयार हैं. उन्होंने कहा कि विभाग की तरफ से 15 दिनों तक अलर्ट मोड में रहने का निर्देश प्राप्त हुआ है. इसे देखते हुए गंगा के तटवर्ती इलाके के सभी प्रखंडों में विशेष रुप से सावधानी बरती जा रही है. 8 से 10 दिनों में बक्सर में पानी पहुंचने की उम्मीद है.
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30 से ज्यादा लोगों की मौत
गौरतलब है कि उत्तराखंड के चमोली जिले में रविवार को नंदा देवी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूट जाने के कारण ऋषिगंगा घाटी में अचानक विकराल बाढ़ आ गई. इस हादसे में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 170 से ज्यादा लोग अभी लापता हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.