बक्सर: जहां एक ओर कोरोना वायरस को लेकर देशभर में अलर्ट जारी किया गया है. तो वहीं दूसरी ओर लोगों में इस वायरस का खौफ दिखाई देने लगा है. आलम यह है कि हर मास्क पहना व्यक्ति लोगों को कोरोना ग्रसित मालूम हो रहा है. ऐसा हम नहीं बक्सर समाहरणालय में मचा हड़कंप बयां कर रहा है. दरअसल, यहां डीएम से मिलने आए मास्कधारी युवक को सभी ने कोरोना वायरस पीड़ित समझ लिया. फिर जो हुआ, वो आप भी जान लीजिए.
बक्सर समाहरणालय परिसर से लेकर आगंतुक कक्ष तक उस वक्त हड़कंप मच गया, जब चेहरा पर मास्क लगाए उदय कुमार पाल जिलाधिकारी अमन समीर को आवेदन देने पहुंचे. मास्क लगाए उदय को देखकर भाग रहे सरकारी कर्मियों ने बताया कि वो सभी मास्क देखकर डर गए हैं. वहीं, आगंतुक कक्ष में बैठे सभी लोग वहां से उठकर भाग गए. इस दौरान हॉल पूरी तरह खाली हो गया.
क्या बोले उदय कुमार
डीएम ऑफिस आवेदन देने पहुंचे उदय कुमार पाल ने बताया कि 'जैसे ही समाहरणालय में प्रवेश किया लोग मुझे देख कर इधर-उधर भागने लगे. लोगों को ऐसा लगा कि मैं कोरोना वायरस से ग्रसित हूं.'
सरकारी कर्मचारी शंभू शाह ने बताया कि हम लोग आगंतुक कक्ष में बैठे थे. तभी यह शख्स मुंह पर मास्क लगाए हम लोगों के बीच आकर बैठ गया. हम लोगों को भी कोरोना वायरस न पकड़ ले इसलिए हम लोग भाग गए.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री भी थे समाहरणालय में मौजूद
जिस समय ये वाकया घटा, उस समय समाहरणालय में केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री सह बक्सर सांसद अश्विनी कुमार चौबे भी मौजूद थे. कोरोना को लेकर लोगों में भय को देखते हुए जब सांसद जी से सवाल किए गए. तो उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकार काफी गंभीर है. इस महामारी से डरने की जरूरत नहीं है.