बक्सर: बिहार के बक्सर जिले के डुमराव अनुमंडल के कोरान सराय थाना कैंपस में 17 नवंबर को एक बुजुर्ग द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या (Suicide By Hanging) कर लिया था. इस मामले में बुजुर्ग के परिजनों ने डुमरांव से भाकपा माले विधायक अजीत कुमार सिंह, एसडीपीओ कुमार वैभव, पूर्व थानेदार जुनेद आलम समेत कुल 18 लोगों पर परिजनों ने एफआईआर दर्ज कराया है.
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विधायक ने केस पर जताया आपत्ति: विधायक ने इस केस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर उनके ऊपर एफआईआर दर्ज कराया गया है. लेकिन मैं डरने वाला नही हूं. जब मृतक का गांव और कोरान सराय थाना मेरे विधानसभा क्षेत्र में आता ही नहीं है, तो फिर मैं किसी भी व्यक्ति की गिरफ्तारी के लिए प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव कैसे बना सकता हूं.
"भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के इशारे पर जबरदस्ती इस केस में मेरा नाम घसीटकर मेरे ऊपर एफआईआर कराया गया गया है. वह थाना और गांव दोनों मेरे विधानसभा क्षेत्र में नहीं पड़ता है. उसके बाद भी मेरे ऊपर एफआईआर कराया गया है. इससे साफ हो गया है की जनता के बीच मेरे बढ़ते लोकप्रियता से बीजेपी घबड़ा गई है. लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं. समाज में चाहे वह किसी भी धर्म और मजहब को मानने वाले लोग हो, उनके आवाज को हम बुलन्द करते रहेंगे. उनकी समस्याओं में उनके साथ खड़े रहेंगे."- अजीत कुमार सिंह, भाकपा माले विधायक
आपको बताते चलें कि बीते 17 नवंबर को कोरान सराये थाना क्षेत्र के कोपवा गांव निवासी 70 बर्षीय बुजुर्ग यमूना सिंह थाने के कम्पूयटर रूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. मारपीट के मामले और एससी-एसटी एक्ट के तहत पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर थाने लाई थी, लेकिन रात्रि में ही उन्होंने आत्महत्या कर ली थी.
थाना में बुजुर्ग ने की थी आत्महत्या: इस घटना के बाद एसपी नीरज कुमार सिंह ने थाना प्रभारी जुनैद आलम को निलंबित कर रणजीत पांडेय को थाना प्रभारी बनाया है. हालांकि, पूरे मामले की जांच के लिए जो कमिटी बनाई गई है. उस कमिटी ने अब तक रिपोर्ट नहीं सुपुर्द किया है. इधर परिजनों ने उसी थाने में विधायक, डीएसपी और तत्कालीन थाना प्रभारी समेत 18 लोगो पर एफआईआर दर्ज कराया है. 28 दिन का समय बीत जाने के बाद भी इस पूरे मामले पर बात करने से पुलिस कतरा रही है.