बक्सर: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी (Former CM Jitan Ram Manjhi) के ब्राह्मणों पर की गई अमर्यादित टिप्पणी के बाद प्रदेश की राजनीति में उबाल दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. पूर्व सीएम के खिलाफ कहीं एफआईआर तो कहीं जीभ काटकर लाने पर 11 लाख के इनाम का ऐलान हो रहा है. वहीं कहीं सड़क पर पुतला जलाकर विरोध में नारेबाजी हो रही है. बक्सर में भी मांझी के बयान (Manjhi on Brahmin) को लेकर लोगों में नाराजगी है.
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भाजयुमो के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव संतोष रंजन राय ने मांझी के बयान को लेकर उन्हें मानसिक आरोग्यशाला भेजने की सीएम से अपील की है और कहा कि इसमें कहीं न कहीं कोई साजिश है. उन्होंने कहा कि मांझी का यह बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. वहीं बक्सर से कांग्रेस विधायक मुन्ना तिवारी (Congress MLA Munna Tiwari) ने कहा कि पूर्व सीएम का आगामी बजट सत्र में बहिष्कार किया जाएगा. उनको तत्काल ब्राह्मण समाज से माफी मांगनी चाहिए.
वहीं, जदयू मांझी के इस बयान पर संतुलन बनाते हुए दिख रही है. जदयू के प्रवक्ता अशोक यादव (JDU spokesperson Ashok Yadav) ने कहा कि इस तरह का बयान बिल्कुल शोभनीय नहीं हो सकता. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी एक गरिमामय पद पर रह चुके हैं. इसीलिए उनको और इस तरह के बयानों से बचना चाहिए. अशोक यादव ने आगे कहा कि बीजेपी के लोगों को भी अनर्गल बयानों से दूर रहनी चाहिए.
बता दें कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बीते दिनों ब्राह्मणों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. जिसके बाद से प्रदेश भर में उनका विरोध किया जा रहा है. हालांकि मांझी ने अपने इस बयान को लेकर कई बार सफाई भी दी है, लेकिन इसके बाद भी मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है.
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