बक्सर: बिहार के बक्सर जिले में दो थानेदारों के विरुद्ध शराब, बालू, भूमाफियाओं से सांठगांठ रखने का आरोप (Allegations of Corruption Against Two SHO) लगा है. यह जानकारी आरटीआई से मिली है. शराब, बाल और भूमाफियाओं से सांठगांठ रखने वाले नगर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार और मुफस्सिल थाना अध्यक्ष का कमान संभाल रहे अमित कुमार पर लगे इस आरोप को एसपी ने बेबुनियाद बताते हुए कहा कि आरोप की जांच एसडीएम, एसडीपीओ एवं उत्पाद अधीक्षक की तीन सदस्यीय टीम से कराई गई है. जिनकी रिपोर्ट से स्पष्ट हो गया है कि उनके ऊपर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं.
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आरटीआई से मिली जानकारी: दरअसल आरटीआई कार्यकर्ता शिव प्रकाश राय ने शाहाबाद के पुलिस उप-महानिरीक्षक से आरटीआई के माध्यम से यह जानकारी मांगी है कि वैसे थाना प्रभारी जिनके विरूद्ध शराब, बालू, और भूमाफियाओं से सांठगांठ रखने से संबंधित जन शिकायत प्राप्त हुई है, उन पर कार्रवाई का ब्यौरा उपलब्ध कराया जाए. जिसके जवाब में जानकारी दी गई है कि बक्सर जिले के बक्सर नगर थाना अंतर्गत दो, और मुफस्सिल थाना अंतर्गत दो शिकायत प्राप्त हुई है. इस पर कार्रवाई के लिए पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजा गया है. हालांकि पूरे शाहाबाद रेंज में कुल 22 दागी थाना प्रभारी फिलहाल थाने की कमान संभाल रहे हैं. यह जानकारी आरटीआई के माध्यम से उपलब्ध कराई गई है.
क्या कहते हैं आरटीआई कार्यकर्ता: आरटीआई कार्यकर्ता शिव प्रकाश राय ने बताया कि चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार दागी अधिकारियों को चुनाव कार्य से अलग रखा जाता है. लेकिन यह दोनों थाना अध्यक्ष नगर निकाय चुनाव में भी अपने पद पर बने हुए हैं. नगर थाना अध्यक्ष के मौजूदगी में बक्सर नगर परिषद और मुफस्सिल थानाध्यक्ष के देखरेख में चौसा नगर परिषद का चुनाव पहले चरण में 10 अक्टूबर को होने जा रहा है. बता दे कि मुफस्सिल थानाध्यक्ष अमित कुमार पर बालू लदे ट्रकों को यूपी में पार कराने का वीडियो भी वायरल हो चुका है. वही कुछ दिन पूर्व मद्य निषेध चेक पोस्ट के निरीक्षक दिलीप कुमार सिंह ने डीएम को लिखित आवेदन देकर मुफस्सिल थाना प्रभारी पर शराब कारोबारियों को फायदा पहुंचाकर व्यक्तिगत लाभ लेने के लिए मारपीट करने का आरोप लगाया था.
नगर थानाध्यक्ष पर कार्रवाई के आदेश: कोर्ट के आदेश की अवहेलना करने के मामले में नगर थानाध्यक्ष पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने को लेकर जिला सत्र न्यायाधीश ने एसपी को आदेश जारी किया है. एसपी को दिए गए पत्र में कहा गया है कि नगर थानाध्यक्ष ने बक्सर नगर थाना के एक मामले में बार-बार कोर्ट के आदेश के नियमों का पालन नहीं की, लिहाजा मामला कोर्ट में अभी भी लंबित है. थानाध्यक्ष को शो कॉज भी किया गया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. जिला और सत्र न्यायाधीश ने इसे काफी गंभीरता से लिया तथा पुलिस अधीक्षक को थानाध्यक्ष के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का आदेश दिया.
एसपी ने सभी आरोपों का दिया जवाब: दोनों थानेदारों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप पर सफाई देते हुए एसपी नीरज कुमार सिंह (SP Neeraj Kumar Singh) ने बताया कि मुफस्सिल थाना अध्यक्ष पर उत्पाद विभाग के चेक पोस्ट निरीक्षक के द्वारा व्यक्तिगत लाभ के लिए शराब माफियाओं को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया गया था. जिसका एसडीएम, एसडीपीओ, और उत्पाद अधीक्षक के तीन सदस्यीय कमेटी से जांच कराया गया. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में साफ कहा है कि यह आरोप निराधार है. बालू को लेकर ट्रांसपोर्टर के द्वारा जो आरोप लगाया गया था और जो साक्ष्य उपलब्ध कराया गया था. उसकी भी जांच कराई गई, लेकिन वह भी निराधार है.
"थानेदारों को हटाकर जांच करवाना संभव नहीं नहीं है। क्योंकि जब विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो जाएगी तो उसका भी जिम्मेवार लोग पुलिस को ही ठहराआएंगे पुलिस से बेहतर कोई भी जांच अपने लोगों के खिलाफ नहीं कर सकता है. जो लोग एक अंगुली पुलिस की ओर उठा रहे हैं, उनकी तीन उंगली उनके स्वयं के तरफ उठ रही है."- नीरज कुमार सिंह, एसपी
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