बक्सर: जिले के डुमरांव टेक्सटाइल कॉलोनी से अपहरण हुए रिटायर्ड सेना के जवान के बेटे मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं. इस अपहरण को 11 दिन हो चुके हैं, लेकिन पुलिस को अब तक इस मामले में कोई भी सुराग नहीं मिला है. पीड़ित परिवार ने पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.
क्या है मामला?
बीते 7 अगस्त को डुमरांव टेक्सटाइल कॉलोनी के निवासी और रिटायर्ड सेना के जवान गजेंद्र तिवारी के 13 वर्षीय पुत्र आशीष कुमार तिवारी का अपहरण हो गया था. वह मेला देखने गया था, फिर वापस नहीं लौटा. दो दिनों तक लगातार खोजबीन करने के बाद जब कोई सुराग नहीं मिला तो परिवार वालों ने 9 अगस्त को डुमराव थाना में गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाया.
'जांच में लापरवाही बरत रही पुलिस'
शिकायत दर्ज कराने के कुछ ही दिन बाद अपहरणकर्ताओं ने आशीष के पिता को फोन कर 30 लाख की फिरौती मांगी. जिससे पूरा परिवार सहमा हुआ है. वहीं, इस घटना के बाद से ही लड़के की मां का रो-रोकर बुरा हाल है. मामले की जानकारी देते हुए आशीष के माता-पिता ने बताया कि इस पूरे मामले में पुलिस केवल जांच के नाम पर समय काट रही है.
पूर्व मुखिया के बेटे पर अपहरण का शक
डुमराव डीएसपी से बार-बार गुहार लगाने के बाद भी अधिकारी केवल टाल-मटोल कर रहे हैं. पीड़ित परिवार ने पूर्व मुखिया के पुत्र पर अपहरण करने की आशंका व्यक्त की है. बक्सर पुलिस कप्तान उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि जितने लोगों पर परिवार ने शक जाहिर किया गया है, उन सभी से पुलिस पूछताछ कर रही है. हालांकि, अब तक बच्चे की रिकवरी नहीं हो पाई है.