ETV Bharat / state

Buxar News: किसान के बेटे ने सीजीएल परीक्षा में पायी सफलता, ग्रामीणों में खुशी

बक्सर जिले के एक किसान के बेटे ने एसएससी-सीजीएल की परीक्षा में सफलता पाई. ग्रामीण परिवेश से निकलकर सुष्मित की सफलता पर बधाइयों का तांता लग गया. ग्रामीणों ने कहा कि आज के समय में भी वह मोबाइल और गैजेट्स से दूरी बनाकर रखी थी. पढ़ें, पूरी खबर.

Buxar News
Buxar News
author img

By

Published : May 15, 2023, 10:50 PM IST

बक्सर: बिहार के बक्सर जिले के राजपुर प्रखंड के संगराव गांव के रहने वाले युवक सुष्मित राज ने एसएससी सीजीएल की मुख्य परीक्षा में सफलता हासिल की. वे पोस्टल असिस्टेंट पद के लिए चयनित हुए हैं. इनकी सफलता से ग्रामीण क्षेत्र के में रहकर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं में भी खुशी की लहर दौड़ गयी है. सोमवार को इनके गांव पहुंचते ही सम्मान समारोह का आयोजन किया गया.

इसे भी पढ़ेंः Buxar News: आज केन्द्रीय चयन पर्षद सिपाही भर्ती लिखित परीक्षा, पूरी रात होटलों में चला छापा

क्या कहते हैं ग्रामीण: सम्मान समारोह में पहुचे ग्रामीणों ने कहा कि मेहनत एवं लगन से कुछ भी हासिल की जा सकता है. जिसको सुष्मित ने कर दिखाया है. इनकी सफलता इस क्षेत्र के युवाओं के लिए एक प्रेरणा है. जिनसे सीख लेकर अन्य छात्रों को भी आगे बढ़ने की जरूरत है. पूर्व मुखिया मकरध्वज सिंह विद्रोही ने कहा कि ग्रामीण परिवेश में रहकर मेहनत के बल पर इन्होंने अपनी सफलता पायी है. इससे पूर्व भी यह रेलवे की परीक्षा में सफलता हासिल कर झारखंड के लातेहार में कार्यरत हैं. अपनी कड़ी मेहनत एवं लगन से इन्होंने देशभर में आयोजित होने वाली इस परीक्षा में सफलता पाकर गांव सहित पूरे परिवार का नाम रोशन किया है.

ग्रामीणों के लिए प्रेरणास्रोतः सुष्मित के पिता डॉ परिमल सिंह साधारण किसान है. उनकी माता सीमा देवी आंगनबाड़ी सेविका है. अपनी सफलता के बारे में सुष्मित राज ने बताया कि माता पिता का आशीर्वाद एवं साहित्य की किताबों से मिली प्रेरणा ने इन्हें प्रेरित कर आगे बढ़ने के लिए मानसिक रूप से तैयार किया है. आधुनिक युग में मोबाइल से दूर रहकर किताबों से प्यार किया है. आज भी किताबों के गहरे अध्ययन से हम आगे बढ़ सकते हैं. आगे भी अन्य परीक्षाओं की तैयारी करते रहेंगे.

बक्सर: बिहार के बक्सर जिले के राजपुर प्रखंड के संगराव गांव के रहने वाले युवक सुष्मित राज ने एसएससी सीजीएल की मुख्य परीक्षा में सफलता हासिल की. वे पोस्टल असिस्टेंट पद के लिए चयनित हुए हैं. इनकी सफलता से ग्रामीण क्षेत्र के में रहकर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं में भी खुशी की लहर दौड़ गयी है. सोमवार को इनके गांव पहुंचते ही सम्मान समारोह का आयोजन किया गया.

इसे भी पढ़ेंः Buxar News: आज केन्द्रीय चयन पर्षद सिपाही भर्ती लिखित परीक्षा, पूरी रात होटलों में चला छापा

क्या कहते हैं ग्रामीण: सम्मान समारोह में पहुचे ग्रामीणों ने कहा कि मेहनत एवं लगन से कुछ भी हासिल की जा सकता है. जिसको सुष्मित ने कर दिखाया है. इनकी सफलता इस क्षेत्र के युवाओं के लिए एक प्रेरणा है. जिनसे सीख लेकर अन्य छात्रों को भी आगे बढ़ने की जरूरत है. पूर्व मुखिया मकरध्वज सिंह विद्रोही ने कहा कि ग्रामीण परिवेश में रहकर मेहनत के बल पर इन्होंने अपनी सफलता पायी है. इससे पूर्व भी यह रेलवे की परीक्षा में सफलता हासिल कर झारखंड के लातेहार में कार्यरत हैं. अपनी कड़ी मेहनत एवं लगन से इन्होंने देशभर में आयोजित होने वाली इस परीक्षा में सफलता पाकर गांव सहित पूरे परिवार का नाम रोशन किया है.

ग्रामीणों के लिए प्रेरणास्रोतः सुष्मित के पिता डॉ परिमल सिंह साधारण किसान है. उनकी माता सीमा देवी आंगनबाड़ी सेविका है. अपनी सफलता के बारे में सुष्मित राज ने बताया कि माता पिता का आशीर्वाद एवं साहित्य की किताबों से मिली प्रेरणा ने इन्हें प्रेरित कर आगे बढ़ने के लिए मानसिक रूप से तैयार किया है. आधुनिक युग में मोबाइल से दूर रहकर किताबों से प्यार किया है. आज भी किताबों के गहरे अध्ययन से हम आगे बढ़ सकते हैं. आगे भी अन्य परीक्षाओं की तैयारी करते रहेंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.