ETV Bharat / state

बक्सर में बिहार दिवस पर दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला की शुरुआत, ड्रोन बना आकर्षण का केंद्र

बिहार दिवस के मौके पर बक्सर के ऐतिहासिक किला (Agricultural Fair In Buxar) मैदान में दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला की शुरुआत की गई. कृषि विभाग की ओर से आयोजित इस मेले में किसानों के लिए ड्रोन आकर्षण का केंद्र बना. किसानों ने कहा कि तकनीकी खेती से किसानों को अधिक लाभ मिलेगा. पढ़िए पूरी खबर...

दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला की शुरुआत
दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला की शुरुआत
author img

By

Published : Mar 23, 2022, 10:48 AM IST

बक्सर: बिहार दिवस (Bihar Diwas 2022)के मौके पर बक्सर में कृषि विभाग की ओर से ऐतिहासिक किला मैदान में दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला की शुरुआत की गई. इस मेला में दूरदराज से चलकर सैकड़ों किसान शामिल हुए. इस दौरान अधिक फसल उपजाने वाले दर्जनों किसानों को जिलाधिकारी अमन समीर ने 10 हजार से लेकर 25 हजार रुपये का चेक देकर उन्हें पुरस्कृत किया साथ ही उनकी होसला अफजाई की.

ये भी पढ़ें- नवादा में बिहार दिवस कार्यक्रम का आयोजन, डीएम ने दी योजनाओं की जानकारी

बक्सर में कृषि यांत्रिकरण मेला का आयोजन:
दरअसल, कोरोना महामारी के बाद जिले में पहली बार आयोजित कृषि यांत्रिकरण मेला के माध्यम से जिला प्रशासन के अधिकारियों ने ग्रामीण क्षेत्रों से आए हुए किसानों को तकनीकी कृषि का फायदा बताया. साथ ही पारंपरिक खेती को छोड़ नए तकनीक से खेती करने की अपील की. कृषि विभाग की ओर से आयोजित यांत्रिकरण मेले में आने वाले किसानों ने विभाग के इस पहल को जमकर सराहाया है. किसानों ने कहा कि प्रदर्शनी से उन्हें काफी लाभ मिलेगा, समय-समय पर इस तरह की मेले का आयोजन करते रहना चाहिए.

औषधीय पौधे के स्टॉल पर लोगों की भीड़: कृषि यांत्रिकरण मेला में मदन वाटिका की ओर से फलदार वृक्षों के अलावे फूल और औषधीय पौधों का स्टॉल लगाया गया. किसानों के लिए ये स्टॉल आकर्षण का केंद्र रहा. स्टॉल संचालक अमित सैनी ने बताया कि किसान अब पारंपरिक खेती को छोड़कर अब कमर्शियल खेती पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. बदलते समय के साथ कई ऐसे फलदार वृक्ष हैं जो सिर्फ 2 से 3 साल के अंदर किसानों को काफी लाभ दे रहे हैं. अब पहले की तरह पौधे को बड़ा होने का इंतजार नहीं करना पड़ रहा है. पौधा लगाने के साथ ही अगले साल से उसका लाभ मिलना शुरू हो जाता है. कम जमीन पर अधिक लाभ लेने वाले किसान औषधीय पौधों के साथ ही फूल और फलदार वृक्ष की खरीदारी ज्यादा करते हैं.

ये भी पढ़ें- बिहार दिवस पर दूधिया रोशनी से जगमगाया गांधी मैदान, ऊर्जा विभाग ने लगायी प्रदर्शनी

कृषि यांत्रिकरण मेला में ड्रोन बना आकर्षण का केंद्र: मेला में पहुंचे किसान प्रेम सिंह ने कृषि विभाग कि इस पहल का सराहना करते हुए कहा कि ड्रोन के अलावे जो कृषि यंत्र का प्रदर्शनी लगाया गया है. जिस तरह से औषधीय पौधों एवं फलदार वृक्षों के लाभ के बारे में बताया जा रहा है. इससे किसान काफी लाभान्वित होंगे बदलते समय के साथ तकनीकी कृषि से किसानों को काफी सहूलियत मिलेगी. समय-समय पर कृषि विभाग की ओर इस तरह का आयोजन करते रहना चाहिए जिससे कि किसानों को नए-नए तकनीकों के बारे में पता चल सके.

बक्सर जिलाधिकारी ने बिहार दिवस की बधाई दी: कृषि यांत्रिकरण मेला में जिलाधिकारी अमन समीर ने किसानों का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि 42 से 45 डिग्री तापमान में भी अन्नदाता किसान खुले आसमान के नीचे खेतों में परिश्रम कर लोगों को भोजन उपलब्ध कराते हैं. ऐसे अन्नदाताओं को किसी तरह की परेशानियों को सामना नहीं करना पड़े इसलिए प्रत्येक महीने में जिले के किसी एक प्रखंड के एक गांव के किसान से हम मिलने जरूर जाते हैं. बिहार की तरक्की में जिले के किसान अहम भूमिका निभा रहे हैं. ऐसे अन्नदाताओं के खेतों तक हर सुविधा पहुंचे इसके लिए हर संभव मदद की जाएगी. अधिकांश किसान पारंपरिक खेती के अलावे नए कमर्शियल खेती की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं. पहली बार इस कृषि यंत्रीकरण मेला में ड्रोन को लाया गया है. इस ड्रोन के माध्यम से 6 मिनट 30 सेकेंड में किसान 1 एकड़ खेतों में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कर सकते हैं. जिलाधिकारी अमन समीर ने जिले वासियों को बिहार दिवस की बधाई दी.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP


बक्सर: बिहार दिवस (Bihar Diwas 2022)के मौके पर बक्सर में कृषि विभाग की ओर से ऐतिहासिक किला मैदान में दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला की शुरुआत की गई. इस मेला में दूरदराज से चलकर सैकड़ों किसान शामिल हुए. इस दौरान अधिक फसल उपजाने वाले दर्जनों किसानों को जिलाधिकारी अमन समीर ने 10 हजार से लेकर 25 हजार रुपये का चेक देकर उन्हें पुरस्कृत किया साथ ही उनकी होसला अफजाई की.

ये भी पढ़ें- नवादा में बिहार दिवस कार्यक्रम का आयोजन, डीएम ने दी योजनाओं की जानकारी

बक्सर में कृषि यांत्रिकरण मेला का आयोजन: दरअसल, कोरोना महामारी के बाद जिले में पहली बार आयोजित कृषि यांत्रिकरण मेला के माध्यम से जिला प्रशासन के अधिकारियों ने ग्रामीण क्षेत्रों से आए हुए किसानों को तकनीकी कृषि का फायदा बताया. साथ ही पारंपरिक खेती को छोड़ नए तकनीक से खेती करने की अपील की. कृषि विभाग की ओर से आयोजित यांत्रिकरण मेले में आने वाले किसानों ने विभाग के इस पहल को जमकर सराहाया है. किसानों ने कहा कि प्रदर्शनी से उन्हें काफी लाभ मिलेगा, समय-समय पर इस तरह की मेले का आयोजन करते रहना चाहिए.

औषधीय पौधे के स्टॉल पर लोगों की भीड़: कृषि यांत्रिकरण मेला में मदन वाटिका की ओर से फलदार वृक्षों के अलावे फूल और औषधीय पौधों का स्टॉल लगाया गया. किसानों के लिए ये स्टॉल आकर्षण का केंद्र रहा. स्टॉल संचालक अमित सैनी ने बताया कि किसान अब पारंपरिक खेती को छोड़कर अब कमर्शियल खेती पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. बदलते समय के साथ कई ऐसे फलदार वृक्ष हैं जो सिर्फ 2 से 3 साल के अंदर किसानों को काफी लाभ दे रहे हैं. अब पहले की तरह पौधे को बड़ा होने का इंतजार नहीं करना पड़ रहा है. पौधा लगाने के साथ ही अगले साल से उसका लाभ मिलना शुरू हो जाता है. कम जमीन पर अधिक लाभ लेने वाले किसान औषधीय पौधों के साथ ही फूल और फलदार वृक्ष की खरीदारी ज्यादा करते हैं.

ये भी पढ़ें- बिहार दिवस पर दूधिया रोशनी से जगमगाया गांधी मैदान, ऊर्जा विभाग ने लगायी प्रदर्शनी

कृषि यांत्रिकरण मेला में ड्रोन बना आकर्षण का केंद्र: मेला में पहुंचे किसान प्रेम सिंह ने कृषि विभाग कि इस पहल का सराहना करते हुए कहा कि ड्रोन के अलावे जो कृषि यंत्र का प्रदर्शनी लगाया गया है. जिस तरह से औषधीय पौधों एवं फलदार वृक्षों के लाभ के बारे में बताया जा रहा है. इससे किसान काफी लाभान्वित होंगे बदलते समय के साथ तकनीकी कृषि से किसानों को काफी सहूलियत मिलेगी. समय-समय पर कृषि विभाग की ओर इस तरह का आयोजन करते रहना चाहिए जिससे कि किसानों को नए-नए तकनीकों के बारे में पता चल सके.

बक्सर जिलाधिकारी ने बिहार दिवस की बधाई दी: कृषि यांत्रिकरण मेला में जिलाधिकारी अमन समीर ने किसानों का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि 42 से 45 डिग्री तापमान में भी अन्नदाता किसान खुले आसमान के नीचे खेतों में परिश्रम कर लोगों को भोजन उपलब्ध कराते हैं. ऐसे अन्नदाताओं को किसी तरह की परेशानियों को सामना नहीं करना पड़े इसलिए प्रत्येक महीने में जिले के किसी एक प्रखंड के एक गांव के किसान से हम मिलने जरूर जाते हैं. बिहार की तरक्की में जिले के किसान अहम भूमिका निभा रहे हैं. ऐसे अन्नदाताओं के खेतों तक हर सुविधा पहुंचे इसके लिए हर संभव मदद की जाएगी. अधिकांश किसान पारंपरिक खेती के अलावे नए कमर्शियल खेती की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं. पहली बार इस कृषि यंत्रीकरण मेला में ड्रोन को लाया गया है. इस ड्रोन के माध्यम से 6 मिनट 30 सेकेंड में किसान 1 एकड़ खेतों में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कर सकते हैं. जिलाधिकारी अमन समीर ने जिले वासियों को बिहार दिवस की बधाई दी.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP


ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.