औरंगाबाद: बिहार में स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था में कोई सुधार नहीं है. ताजा मामला सदर अस्पताल का है. जहां बिहार विधानसभा के एससी-एसटी कोर्डिनेशन कमेटी के सभापति सदर अस्पताल में औचक निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान अस्पताल के कई कर्मचारी गायब थे. जिसके बाद सभापति ने सदर अस्पताल की व्यवस्था देख मौजूद अधिकारियों को फटकार लगाई.
निरीक्षण के दौरान सभापति ने अस्पताल के कई अधिकारियों से पूछताछ की. साथ ही वहां की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली. इस दौरान कई कामियां भी सामने आईं. जिसको लेकर उन्होंने अधिकारियों की जमकर क्लास ली.
अस्पताल का किया औचक निरीक्षण
सभापति सबसे पहले इमरजेंसी वार्ड पहुंचे. वहां उन्होंने डॉक्टरों से अस्पताल संबंधित कुछ बुनियादी सवाल किया. सभी डॉक्टर जबाब देने में असमर्थ नजर आए. इसके बाद सभापति सदर अस्पताल के मुख्य भवन पहुंचे. जहां अधीक्षक और उपाधीक्षक कार्यालय में ताला लटका हुआ था. अधीक्षक और उपाधीक्षक अस्पताल में नहीं थे. अस्पताल के कर्मचारियों की लापरवाही पर सभापति भड़क गए. उन्होंने अस्पताल के कर्मचारियों को सख्त चेतावनी दी.
सभापति ने मरीजों से की बात
सभापति लल्लन पासवान ने मरीजों से बात की तो, पता चला कि बेड पर मरीज तड़प रहे हैं. इलाज करने के लिए कोई डॉक्टर नहीं है. सुई देने के लिए मरीजों के पास एनएम भी नहीं दिख रही हैं. यहां तक चिकित्सक द्वारा लिखी गई दवा भी मरीजों को बाहर से खरीदनी पड़ रही है. सभापति ने बताया कि अस्पताल की व्यवस्था सही नहीं है. आईसीयू पिछले 5 वर्षों से बंद पड़ा है. उन्होंने कहा कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कारवाई की जाएगी.