ETV Bharat / state

औरंगाबाद: नगर भवन में 103 सेक्टर अधिकारियों की बैठक, विधान सभावार दिया गया प्रशिक्षण

बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने की संभावना जतायी जा रही है. चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने तैयारियां तेज कर दी हैं. वहीं, निर्वाचन आयोग भी चुनाव की तैयारी में जुट गया है.

author img

By

Published : Aug 29, 2020, 1:50 PM IST

Training program
प्रशिक्षण कार्यक्रम

औरंगाबाद: बिहार विधान सभा 2020 को लेकर नगर भवन में 103 सेक्टर अधिकारियों ओबरा, गोह, नबीनगर विधानसभा वार प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिले के उप निर्वाचन अधिकारी जावेद इकबाल ने उपस्थित सेक्टर अधिकारियों को संबोधित करते हुए चुनाव की विस्तृत रूप से चर्चा की. उन्होंने बताया कि हर सेक्टर अधिकारी को चाहिए कि चुनाव में आसामाजिक तत्वों की पहचान कर उसकी समुचित रिपोर्ट अपने वरीय अधिकारी को भेजें. साथ ही आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन करने पर कड़ी नजर रखना और उसकी रिपोर्ट करना उनका महत्वपूर्ण कार्य है.

सेक्टर अधिकारियों की बैठक
सेक्टर अधिकारियों को हर मतदान केंद्र पर स्थानीय लोगों से वार्ता कर इंटेलिजेंस से सूचना संग्रह कर वहां के लोगों के बीच विश्वास जगाना उनका महत्वपूर्ण कार्य है. वहीं, सेक्टर अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि उन्होनें पर्याप्त प्रशिक्षण विशेषकर ईवीएम वीवीपैट, निर्वाचन प्रबंधन, मतदान प्रक्रिया, आदर्श आचार संहिता तथा निर्वाचन के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के संबंध में जानकारी प्राप्त कर लिया है. सेक्टर ऑफिसर के पास डीईओ की ओर से जारी पहचान पत्र, हर बूथ के मतदाताओं की संख्या समेत उनके कार्य क्षेत्र के अंतर्गत सभी मतदान केंद्रों की सूची होनी चाहिए. सेक्टर अधिकारी के पास चुनाव से संबंधित विस्तृत मानचित्र उसके क्षेत्र में अधिसूचित मतदान केंद्रों की सूची उनके सेक्टर में मौजूद मतदाता हेल्पलाइनो का ब्यौरा होना चाहिए.

मतदान केंद्रों पर नजर रखना अनिवार्य
उप निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदान शुरु होने के पहले शाम को हर मतदान केंद्र पर मतदान दल और सभी मतदान सामग्री और पुलिस बल पहुंचा है या नहीं यह सुनिश्चित करना जरूरी है. मतदान के दिन और मतदान प्रक्रिया के बारे में सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करना और संतुष्ट होकर नियंत्रण कक्ष को रिपोर्ट करना जरूरी होता है. मतदान तिथि के दिन मतदान प्रारंभ होने के पहले मॉक पोल सुनिश्चित करना और उसमें कोई समस्या हो तो उसे दूर करना पोलिंग एजेंट की गतिविधियों पर नजर रखना और मतदान प्रक्रिया की निष्पक्षता को बनाए रखना आवश्यक है. साथ ही वोटिंग पेटर्न को चेक करना, हर 2 घंटे पर मतदान प्रतिशत की रिपोर्ट देना और मतदान के दिन आने वाली शिकायतों को दूर अति आवश्यक है.

इनकी रही मौजूदगी
वहीं, मतदान समाप्ति के बाद फॉर्मेट 3 में एक रिपोर्ट निर्वाची अधिकारी को सौंपना होता है. किन परिस्थितियों में ईवीएम के किस यूनिट को बदला जाए और किसे नहीं बदला जाए, बदलने के उपरांत किस प्रकार मॉक पोल होगा इन सब की जानकारी होना अनिवार्य है. इस मौके पर प्रशिक्षण कोषांग के सहयोगी पदाधिकारी सत्येंद्र नारायण सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी माध्यमिक शिक्षा, सहायक अभियंता मनोज कुमार पाठक, संजय कुमार, कनीय अभियंता संजय कुजुर, अरुण कुमार, कोषांग कर्मी कुंदन कुमार ठाकुर और अजीत कुमार मौजूद रहे.

औरंगाबाद: बिहार विधान सभा 2020 को लेकर नगर भवन में 103 सेक्टर अधिकारियों ओबरा, गोह, नबीनगर विधानसभा वार प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिले के उप निर्वाचन अधिकारी जावेद इकबाल ने उपस्थित सेक्टर अधिकारियों को संबोधित करते हुए चुनाव की विस्तृत रूप से चर्चा की. उन्होंने बताया कि हर सेक्टर अधिकारी को चाहिए कि चुनाव में आसामाजिक तत्वों की पहचान कर उसकी समुचित रिपोर्ट अपने वरीय अधिकारी को भेजें. साथ ही आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन करने पर कड़ी नजर रखना और उसकी रिपोर्ट करना उनका महत्वपूर्ण कार्य है.

सेक्टर अधिकारियों की बैठक
सेक्टर अधिकारियों को हर मतदान केंद्र पर स्थानीय लोगों से वार्ता कर इंटेलिजेंस से सूचना संग्रह कर वहां के लोगों के बीच विश्वास जगाना उनका महत्वपूर्ण कार्य है. वहीं, सेक्टर अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि उन्होनें पर्याप्त प्रशिक्षण विशेषकर ईवीएम वीवीपैट, निर्वाचन प्रबंधन, मतदान प्रक्रिया, आदर्श आचार संहिता तथा निर्वाचन के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के संबंध में जानकारी प्राप्त कर लिया है. सेक्टर ऑफिसर के पास डीईओ की ओर से जारी पहचान पत्र, हर बूथ के मतदाताओं की संख्या समेत उनके कार्य क्षेत्र के अंतर्गत सभी मतदान केंद्रों की सूची होनी चाहिए. सेक्टर अधिकारी के पास चुनाव से संबंधित विस्तृत मानचित्र उसके क्षेत्र में अधिसूचित मतदान केंद्रों की सूची उनके सेक्टर में मौजूद मतदाता हेल्पलाइनो का ब्यौरा होना चाहिए.

मतदान केंद्रों पर नजर रखना अनिवार्य
उप निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदान शुरु होने के पहले शाम को हर मतदान केंद्र पर मतदान दल और सभी मतदान सामग्री और पुलिस बल पहुंचा है या नहीं यह सुनिश्चित करना जरूरी है. मतदान के दिन और मतदान प्रक्रिया के बारे में सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करना और संतुष्ट होकर नियंत्रण कक्ष को रिपोर्ट करना जरूरी होता है. मतदान तिथि के दिन मतदान प्रारंभ होने के पहले मॉक पोल सुनिश्चित करना और उसमें कोई समस्या हो तो उसे दूर करना पोलिंग एजेंट की गतिविधियों पर नजर रखना और मतदान प्रक्रिया की निष्पक्षता को बनाए रखना आवश्यक है. साथ ही वोटिंग पेटर्न को चेक करना, हर 2 घंटे पर मतदान प्रतिशत की रिपोर्ट देना और मतदान के दिन आने वाली शिकायतों को दूर अति आवश्यक है.

इनकी रही मौजूदगी
वहीं, मतदान समाप्ति के बाद फॉर्मेट 3 में एक रिपोर्ट निर्वाची अधिकारी को सौंपना होता है. किन परिस्थितियों में ईवीएम के किस यूनिट को बदला जाए और किसे नहीं बदला जाए, बदलने के उपरांत किस प्रकार मॉक पोल होगा इन सब की जानकारी होना अनिवार्य है. इस मौके पर प्रशिक्षण कोषांग के सहयोगी पदाधिकारी सत्येंद्र नारायण सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी माध्यमिक शिक्षा, सहायक अभियंता मनोज कुमार पाठक, संजय कुमार, कनीय अभियंता संजय कुजुर, अरुण कुमार, कोषांग कर्मी कुंदन कुमार ठाकुर और अजीत कुमार मौजूद रहे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.