औरंगाबाद: बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार की घटना व बढ़ती गर्मी में औरंगाबाद में 100 से अधिक हिट स्ट्रोक से मौत के बाद जिले के योजना भवन में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में पर्यावरण पर कार्यशाला आयोजित किया गया. जिले में 15 अगस्त तक लगभग 5 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य बनाया गया है. इस दौरान बड़ी संख्या में जिले के प्राइवेट स्कूल, कोचिंग संस्था एवं बुद्धिजीवी वर्ग मौजूद रहे.
योजना भवन में पहली बार बैठक में सभी लोगों की जवाबदेही तय की गई है और एक कार्य योजना तैयार किया गया है. जिले में 5 लाख पौधे लगाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक टीम का गठन किया जाएगा.
मनरेगा पीओ को दी गई मॉनिटरिंग की जवाबदेही
जिलाधिकारी राहुल रंजन ने कहा कि पेड़ों को लगाने के साथ उसे बचाने की भी पूरी व्यवस्था की जाए. मनरेगा के तहत लगभग ढाई सौ से तीन सौ पेड़ लगाने की योजना की स्वीकृति मिल गई है. साथ हीं ब्लॉक के मनरेगा पीओ हर सप्ताह ब्लॉक स्तर पर मॉनिटरिंग करेंगे.
पानी की एक-एक बूंद को बचाने का प्रयास
पर्यावरण संरक्षण वनपोषक को चिन्हित कर जल संरक्षण पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि तालाब और आहार के संकट से संबंधित कुछ नई योजनाओं को भी जोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि पानी की एक-एक बूंद को बचाने का प्रयास किया जाएगा. तालाबों और भूगर्भीय जलस्तर को बढ़ाने का प्रयास भी किया जाएगा.
इन सब मुद्दों पर व्यापक रुप से पहला विमर्श हुआ है. अब नियमित रुप से वार्षिक स्तर पर इन मुद्दों पर विमर्श किया जाएगा.