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औरंगाबाद में भाकपा माओवादी संगठन का जोनल कमांडर गिरफ्तार, 18 आपराधिक मामले में अभियुक्त

औरंगाबाद में वांटेड नक्सली कैलाश जी उर्फ भूपेन्द्र को गिरफ्तार (Naxalite arrested in Aurangabad) किया गया है. उस पर विभिन्न थानों में 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसकी गिरफ्तारी के लिए काफी दिनों से प्रयास किया जा रहा था. पढ़ें पूरी खबर...

औरंगाबाद में नक्सली गिरफ्तार
औरंगाबाद में नक्सली गिरफ्तार
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Published : Sep 30, 2022, 5:30 PM IST

औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद में पुलिस और एसएसबी को नक्सल अभियान में बड़ी सफलता मिली है. यहां भाकपा माओवादी संगठन का जोनल कमांडर कैलाश (Naxalite Zonal Commander Kailash Arrested) उर्फ भूपेन्द्र को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार नक्सली पर 18 मामले दर्ज हैं. वह पिछले कई सालों से वह फरार चल रहा था. उसकी गिरफ्तारी को नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कामयाबी मानी जा रही है. पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्रा ने नक्सली की गिरफ्तारी की पुष्टि की है.

यह भी पढ़ें: बिहार-झारखंड में सक्रिय 18 लाख का इनामी रिजनल कमांडर विनय यादव समेत तीन नक्सली गिरफ्तार

पुलिस और सशस्त्र सीमा बल ने पकड़ा: गिरफ्तार नक्सली की पहचान ढिबरा थाना अंतर्गत छुछिया गांव निवासी प्रेमचंद साह के पुत्र कैलाश जी उर्फ भूपेन्द्र के रूप में की गई है. यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्रा (SP Kantesh Kumar Mishra) एवं 29वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल गया के समादेष्टा हरे कृष्ण गुप्ता के संयुक्त निर्देशन में और भलुआही कैंप के सहायक समादेष्टा रवि कुमार के नेतृत्व में की गई है. इस टीम में ढिबरा थानाध्यक्ष और देव थानाध्यक्ष भी शामिल थे.


छापेमारी कर टीम ने नक्सली को पकड़ा: पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि कुख्यात नक्सली की गिरफ्तारी को लेकर काफी लंबे समय से छानबीन की जा रही थी. गुरूवार को छापेमारी के दौरान उसे ढिबरा थाना क्षेत्र के वन विशुनपुर नहर से गिरफ्तार किया गया. पूछताछ के क्रम में उसने बताया कि वह वर्ष 2009 से नक्सली संगठन में सक्रिय है और वर्ष 2015 से नक्सली संगठन के कौलेश्वरी जोन का जोनल कमांडर के रूप में नेतृत्व करता रहा है.

गया जिला और झारखंड में भी एक्टिव: नक्सली कैलाश साह औरंगाबाद जिले के मदनपुर, अंबा, ढिबरा और देव थाना के अलावा गयाऔर झारखण्ड राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में काफी प्रभावी रहा है. यह ईनामी और चर्चित नक्सली विनय यादव के साथ संगठन को मजबूत करने में बड़ी भूमिका निभाता था. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इसका आपराधिक इतिहास रहा है. इसके विरूद्ध जिले की कई थानों में आपराधिक मुकदमा दर्ज हैं. जिसमें मदनपुर थाना में 5, देव थाना 2, ढिबरा थाना 6, अंबा 1 सहित कुल 14 कांड के अलावा गया जिला के बांके बाजार और आमस थाना में दर्ज चार मामले दर्ज हैं.

यह भी पढ़ें: रोहतास में 21 साल से फरार कुख्यात नक्सली गिरफ्तार, पुलिस पर हमले समेत कई कांड में था वांछित

आईईडी ब्लास्ट मामले में भी आरोपी: गिरफ्तार नक्सली वर्ष 2016 में ढिबरा थाना क्षेत्र के हरिला नाला के पास आईईडी ब्लास्ट हुआ था.इस दौरान सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 4 नक्सलियों की मृत्यु हो गयी थी. साथ ही कई अत्याधुनिक हथियार और विस्फोटक पदार्थ बरामद किया गया था. यह मामला बाकेबाजार थाना में दर्ज है. इसके अतिरिक्त अन्य सीमावर्ती थाना से नक्सली का आपराधिक इतिहास पता लगाया जा रहा है.

"एक संयुक्ट टीम ने अभियान चलाकर कैलाश जी उर्फ भूपेन्द्र को ढिबरा थाना क्षेत्र के वन विशुनपुर नहर से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार नक्सली के आपराधिक इतिहास की बात करे तो इस पर मदनपुर थाना में 5, देव थाना 2, ढिबरा थाना 6, अंबा 1 सहित कुल 14 कांड के अलावा गया जिला के बांके बाजार और आमस थाना में दर्ज चार मामले दर्ज हैं" - कांतेश कुमार मिश्रा, एसपी, औरंगाबाद

औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद में पुलिस और एसएसबी को नक्सल अभियान में बड़ी सफलता मिली है. यहां भाकपा माओवादी संगठन का जोनल कमांडर कैलाश (Naxalite Zonal Commander Kailash Arrested) उर्फ भूपेन्द्र को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार नक्सली पर 18 मामले दर्ज हैं. वह पिछले कई सालों से वह फरार चल रहा था. उसकी गिरफ्तारी को नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कामयाबी मानी जा रही है. पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्रा ने नक्सली की गिरफ्तारी की पुष्टि की है.

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पुलिस और सशस्त्र सीमा बल ने पकड़ा: गिरफ्तार नक्सली की पहचान ढिबरा थाना अंतर्गत छुछिया गांव निवासी प्रेमचंद साह के पुत्र कैलाश जी उर्फ भूपेन्द्र के रूप में की गई है. यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्रा (SP Kantesh Kumar Mishra) एवं 29वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल गया के समादेष्टा हरे कृष्ण गुप्ता के संयुक्त निर्देशन में और भलुआही कैंप के सहायक समादेष्टा रवि कुमार के नेतृत्व में की गई है. इस टीम में ढिबरा थानाध्यक्ष और देव थानाध्यक्ष भी शामिल थे.


छापेमारी कर टीम ने नक्सली को पकड़ा: पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि कुख्यात नक्सली की गिरफ्तारी को लेकर काफी लंबे समय से छानबीन की जा रही थी. गुरूवार को छापेमारी के दौरान उसे ढिबरा थाना क्षेत्र के वन विशुनपुर नहर से गिरफ्तार किया गया. पूछताछ के क्रम में उसने बताया कि वह वर्ष 2009 से नक्सली संगठन में सक्रिय है और वर्ष 2015 से नक्सली संगठन के कौलेश्वरी जोन का जोनल कमांडर के रूप में नेतृत्व करता रहा है.

गया जिला और झारखंड में भी एक्टिव: नक्सली कैलाश साह औरंगाबाद जिले के मदनपुर, अंबा, ढिबरा और देव थाना के अलावा गयाऔर झारखण्ड राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में काफी प्रभावी रहा है. यह ईनामी और चर्चित नक्सली विनय यादव के साथ संगठन को मजबूत करने में बड़ी भूमिका निभाता था. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इसका आपराधिक इतिहास रहा है. इसके विरूद्ध जिले की कई थानों में आपराधिक मुकदमा दर्ज हैं. जिसमें मदनपुर थाना में 5, देव थाना 2, ढिबरा थाना 6, अंबा 1 सहित कुल 14 कांड के अलावा गया जिला के बांके बाजार और आमस थाना में दर्ज चार मामले दर्ज हैं.

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आईईडी ब्लास्ट मामले में भी आरोपी: गिरफ्तार नक्सली वर्ष 2016 में ढिबरा थाना क्षेत्र के हरिला नाला के पास आईईडी ब्लास्ट हुआ था.इस दौरान सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 4 नक्सलियों की मृत्यु हो गयी थी. साथ ही कई अत्याधुनिक हथियार और विस्फोटक पदार्थ बरामद किया गया था. यह मामला बाकेबाजार थाना में दर्ज है. इसके अतिरिक्त अन्य सीमावर्ती थाना से नक्सली का आपराधिक इतिहास पता लगाया जा रहा है.

"एक संयुक्ट टीम ने अभियान चलाकर कैलाश जी उर्फ भूपेन्द्र को ढिबरा थाना क्षेत्र के वन विशुनपुर नहर से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार नक्सली के आपराधिक इतिहास की बात करे तो इस पर मदनपुर थाना में 5, देव थाना 2, ढिबरा थाना 6, अंबा 1 सहित कुल 14 कांड के अलावा गया जिला के बांके बाजार और आमस थाना में दर्ज चार मामले दर्ज हैं" - कांतेश कुमार मिश्रा, एसपी, औरंगाबाद

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