औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद में प्रसूता और नवजात की मौत (Maternity And Newborn Death In Aurangabad) हो गई. सदर अस्पताल (Sadar Hospital Aurangabad) औरंगाबाद में प्रसव के लिए आई जच्चा और बच्चा दोनों की मौत हो गई. मृतका की पहचान नबीनगर के टंडवा थाना के रामसागर गांव की रहने वाली गीतांजली देवी के रूप में हुई है. जो मायका से डिलीवरी कराने ओबरा पीएचसी में गई थी. जहां से उसे सदर हॉस्पिटल औरंगाबाद रेफर कर दिया गया था. मृतका के पति छोटू कुमार उर्फ रवि ने बताया कि पत्नी का मायका जम्होर थाना के बैदाही गांव में है.
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डिलीवरी के दौरान जच्चा बच्चा की मौत : मृतका गीताजंली के पति छोटू कुमार ने बताया कि गर्भवती होने के बाद से पत्नी मायके में ही रह रही थी. मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार यानी 10 नवंबर की सुबह करीब 9 बजे उसे प्रसव पीड़ा हुई. इसके बाद परिजन उसे लेकर ओबरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. जहां पीएचसी ओबरा में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों ने समय पूरा नहीं होने की बात कहकर वापस उसे घर ले जाने को कहा. इसके बाद गीतांजली को परिजन सदर अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद से घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है. गांव में मातम पसरा हुआ है. परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.
'रात 9 बजे फिर दर्द शुरू हुआ. इसके बाद डॉक्टरों ने कहा कि प्रसव होगा. इधर-उधर टहलाइए, दर्द के बावजूद जच्चा को इधर-उधर टहलाया गया. लेकिन स्थिति बिगड़ने लगी. दबाव बनाया तो डॉक्टरों ने सदर अस्पताल रेफर कर दिया. गीतांजली को जब सदर अस्पताल लेकर पहुंचे तब डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया.' - छोटू कुमार उर्फ रवि, मृतका गीतांजली देवी का पति