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औरंगाबाद में भी होगा चक्रवाती तूफान 'अम्फान' का असर, कृषि विज्ञान केंद्र ने जारी की चेतावनी - amfan storm

अम्फान तूफान से निपटने के लिए समुद्र तटीय क्षेत्रों में भारत सरकार ने रणनीति बनाई है, और रविवार से ही एनडीआरएफ की टीम को तैनात कर दिया गया है.

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Published : May 18, 2020, 6:11 PM IST

औरंगाबाद: देश में एक बार फिर से अम्फान तूफान का कहर आने वाला है. 20 मई से लेकर 23 मई तक औरंगाबाद जिले में भी इस तूफान का असर रहेगा और इन दिनों लगातार बारिश होगी. इस बात की चेतावनी कृषि विज्ञान केंद्र ने जारी की है.

अम्फान तूफान की वजह से पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों के साथ-साथ असम और मेघालय के कुछ इलाकों में भी तेज हवाएं और भारी बारिश का पूर्वानुमान है. तूफान का केंद्र ओडिशा के पारादीप से 980 किलोमीटर दक्षिण में, पश्चिम बंगाल के दीघा से 1,130 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में और बांग्लादेश के खेपूपारा से 1250 किलोमीटर दूर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में स्थित है.

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कृषि विज्ञान केंद्र

कृषि वैज्ञानिक ने क्या कहा
कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ अनूप चौबे ने बताया कि इसका प्रभाव बिहार के कई जिलों में पड़ेगा. जिले में 20 से 21 मई को इसका प्रवेश होगा. मौसम पूर्वानुमान के अनुसार 21 और 22 मई को 35-36 एम एम वर्षा होने की संभावना है. जिससे तापमान में गिरावट भी होगी. 21 और 22 मई को अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेंटीग्रेड और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेंटीग्रेड रहने की संभावना है. तथा इस समय हवा तेज चलेगी.

फसलें सुरक्षित कर लें किसान
डॉ चौबे ने कहा कि किसान भाइयों को सलाह दी जाती है कि जो अपनी फसल की मंड़ाई नहीं किये हैं, वे जल्द से जल्द कर लें और अनाज का भंडारण सुरक्षित जगह पर करें तथा इस समय खेत में सिंचाई नहीं करें.

औरंगाबाद: देश में एक बार फिर से अम्फान तूफान का कहर आने वाला है. 20 मई से लेकर 23 मई तक औरंगाबाद जिले में भी इस तूफान का असर रहेगा और इन दिनों लगातार बारिश होगी. इस बात की चेतावनी कृषि विज्ञान केंद्र ने जारी की है.

अम्फान तूफान की वजह से पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों के साथ-साथ असम और मेघालय के कुछ इलाकों में भी तेज हवाएं और भारी बारिश का पूर्वानुमान है. तूफान का केंद्र ओडिशा के पारादीप से 980 किलोमीटर दक्षिण में, पश्चिम बंगाल के दीघा से 1,130 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में और बांग्लादेश के खेपूपारा से 1250 किलोमीटर दूर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में स्थित है.

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कृषि विज्ञान केंद्र

कृषि वैज्ञानिक ने क्या कहा
कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ अनूप चौबे ने बताया कि इसका प्रभाव बिहार के कई जिलों में पड़ेगा. जिले में 20 से 21 मई को इसका प्रवेश होगा. मौसम पूर्वानुमान के अनुसार 21 और 22 मई को 35-36 एम एम वर्षा होने की संभावना है. जिससे तापमान में गिरावट भी होगी. 21 और 22 मई को अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेंटीग्रेड और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेंटीग्रेड रहने की संभावना है. तथा इस समय हवा तेज चलेगी.

फसलें सुरक्षित कर लें किसान
डॉ चौबे ने कहा कि किसान भाइयों को सलाह दी जाती है कि जो अपनी फसल की मंड़ाई नहीं किये हैं, वे जल्द से जल्द कर लें और अनाज का भंडारण सुरक्षित जगह पर करें तथा इस समय खेत में सिंचाई नहीं करें.

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