औरंगाबाद: बिहार प्रशासनिक सेवा ( BPSC Exam ) में घोषित किए गए रिजल्ट में खरैंटी गांव निवासी भगवती शंकर पांडे ने बीपीएससी परीक्षा में 133वां रैंक लाया है. रिजल्ट आने के बाद घर में बधाई देने के लिए लोगों तांता लगा हुआ है.
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पिता को मार दी गई थी गोली
बता दें कि भगवती शंकर पांडे के पिता स्व. सूरजदेव पांडे ओबरा उच्च विद्यालय ( Obra High School ) के प्रधानाध्यापक थे. वर्ष 1991 में विद्यालय से घर जाने के क्रम में अज्ञात लोगों ने उनकी हत्या कर दी थी. उस वक्त शंकर पांडे मात्र एक वर्ष के थे. वहीं कुछ ही दिन के बाद भगवती शंकर पांडे की मां की भी आकस्मिक मौत हो गई थी. उस वक्त शंकर का देखभाल करने वाला कोई नहीं था.
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शिक्षक ने की मदद
बता दें कि शंकर पांडे कुल 5 भाई-बहन हैं. भगवती शंकर पांडे ने बताया कि उन्हें इस स्थान पर लाने के पिछे अरई गांव निवासी शिक्षक रजनीश पांडे का सहयोग है. शंकर पांडे का डिप्टी कलेक्टर ( Deputy Collector ) बनने का लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि वे अपने इस लक्ष्य को निश्चित रूप से हासिल करेंगे.
गार्गी कुमारी ने भी प्राप्त की सफलता
दूसरी ओर ओरमाखरा गांव निवासी स्व. पार्थसारथी शर्मा की पुत्री गार्गी कुमारी ने भी बिहार लोक सेवा आयोग ( BPSC Exam ) में 213वां रैंक लाकर नाम रोशन किया है. बता दें कि गार्गी कुमारी के माता-पिता भी बहुत पहले ही गुजर गए थे.
बधाई देने के लिए लगा तांता
गार्गी के दादा और चाचा ने उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए गया डीएवी ( DAV ) में एडमिशन करा दिया. वहीं आज गार्गी की इस कामयाबी से घर में खुशी का माहौल है. गार्गी को बधाई देने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है.