औरंगाबाद: जिले के ऐतिहासिक, पौराणिक एवं धार्मिक दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण सौर तीर्थ स्थल देव में चैती छठ पूजा का आयोजन नहीं किया जाएगा. चैती छठ पूजा को लेकर देव में अलग-अलग 11 प्रमुख स्थानों पर बैरिकेडिंग की गई है और सभी जगहों पर पुलिस बल के साथ दंडाधिकारी भी नियुक्त किया गया है.
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देव में अलग-अलग 11 प्रमुख स्थानों पर बैरिकेडिंग की गई
गौरतलब है कि भारी संख्या में पुलिस बल के जवानों ने देव के देव गोदाम, चौरसिया नगर, बरई बिगहा, दीवान बिगहा, बालापोखर, देव बाजार, समेत अन्य इलाकों में घुम-घुम कर लोगों से अपील किया कि देव में सूर्यमंदिर को पूरी तरह से लॉक कर दिया गया है तथा सूर्य कुंड तालाब पहले से ही बंद है. देव में कोरोना संक्रमित मरीजों की इजाफा होने से छठ पूजा पर पूरी तरह से प्रतिबन्ध लगाया गया है. ऐसे में देव में पूजा का आयोजन नहीं होना है. स्थानीय लोगों से अपील है कि किसी भी बाहरी व्यक्ति या छठ व्रतियों को नहीं ठहराएं. नहीं तो आपदा अधिनियम और कोरोना गाइडलाइन के उल्लंघन के मामले में मकान मालिक पर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.
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कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील
औरंगाबाद जिले के एसडीओ डॉ प्रदीप कुमार ने बताया कि देव के अलग-अलग हिस्सों में बैरिकेडिंग कर श्रद्धालुओं को रोका जा रहा है. तथा देव पहुंचने के सभी मार्गों पर अवस्थित मदनपुर, अम्बा, मुफ्फसिल थाना को भी निर्देश दिया गया है कि देव आने वाले सभी यात्रियों को समझा-बुझाकर बैरंग वापस करें. तथा सभी जगहों पर पुलिस पदाधिकारियों को भी तैनात किया गया है. पूरे देव तथा आसपास के इलाकों में माइकिंग के माध्यम से सभी छठ व्रतियों को कहा जा रहा है कि आपलोग छठ व्रत अपने घरों में करें. साथ ही स्थानीय लोगों को यह भी हिदायत दी गई है कि यदि कोई स्थानीय नागरिक अपने घरों में छठ व्रतियों को गोपनीय तरीके से ठहराता है, तो उसके खिलाफ दंडात्मक कार्यवाई की जायेगी.