औरंगाबाद: जिले के दाउदनगर में उप कृषि निदेशक (सांख्यिकी) सुशील कुमार ने कृषि कार्यालय में चारों प्रखंडों के कृषि समन्वयकों के साथ बैठक का आयोजन किया. इस दौरान उन्होंने किसानों को जागरूक करने का निर्देश दिया, जिससे किसान अपने खेतों में फसल अवशेष पराली नहीं जलाएं.
पराली नहीं जलाने को लेकर निर्देश
कृषि उप निदेशक सुशील कुमार ने ओबरा, दाउदनगर, गोह और हसपुरा के प्रखंड कृषि समन्वयकों से चर्चा की. इसके साथ ही उन्होंने किसी भी कीमत पर पराली जलाने से रोके जाने को लेकर निर्देश जारी किया. जिला कृषि पदाधिकारी के निर्देश के बाद प्रखंड मुख्यालय पर अधिकारी सक्रिय हो गए हैं.
धान की कटनी शुरू
सुशील कुमार ने कहा कि राज्य में धान की कटनी प्रारंभ हो गई है. हार्वेस्टर से धान की कटाई के बाद किसान प्राय: फसल अवशेषों पुआल आदि को खेतों में ही जला देते हैं. इससे वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है. फसल अवशेष को जलाने के विरुद्ध कार्रवाई को लेकर बिहार सरकार कृत संकल्पित है.
योजनाओं से किया जाएगा वंचित
कृषि उप निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि यदि कोई किसान फसल अवशेष जलाते हुए पाया गया तो, उन्हें कृषि विभाग की योजनाओं के अंतर्गत दिए जाने वाले लाभ से वंचित करने की कार्रवाई की जाएगी. वहीं जो भी किसान डीबीटी पोर्टल पर पंजीकृत नहीं है और उन्हें पराली जलाते हुये पाया जाता है, तो उन्हें भी कृषि विभाग की किसी योजना का लाभ देने से वंचित किया जाएगा. पराली जलाने वाले किसानों के विरुद्ध सरकारी दिशा-निर्देश के अनुसार नियमानुसार कार्रवाई भी की जा सकती है.