भोजपुर: इन दिनों बिहार कोरोना और बाढ़ की दोहरी मार से जूझ रहा है. इसी क्रम में भोजपुर में भी सोन और गंगा नदी के बढ़ रहे जलस्तर से लोगों में दहशत का माहौल है. जिले के बड़हरा प्रखंड के सोहरा पंचायत स्थित हेतमपुर सहित कई गांवों की सैकड़ों एकड़ खेती योग्य जमीन गंगा के कटाव से पानी में विलीन हो रही है.
भोजपुर के बड़हरा प्रखंड में वर्षों से चली आ रही कटाव की समस्या का निदान होता नहीं दिख रहा है. मामले में गंगा किनारे बसे तटीय निवासी ग्रामीणों ने सरकार और सिस्टम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर आगामी विधानसभा चुनाव के बहिष्कार की बात भी कही.
'कई सालों से जस की तस बनी है समस्या'
बता दें कि गंगा जलस्तर में हो रही लगातार वृद्धि से पूरे क्षेत्र में संकट गहरा गया है. पिछले साल ही गंगा रौद्र रूप धारण कर गांव के कई लोगों के मकान और जमीन को अपने आगोश में ले चुकी है. जिस वजह से गंगा किनारे बसे ग्रामीणों के बीच दहशत का माहौल बना हुआ है. स्थानीय लोगों ने बताया कि यह समस्या आज की नहीं बल्कि वर्ष 1978 से जारी है. साल दर साल हमे कटाव और बाढ़ की समस्या से दो-चार होना पड़ता है.
'बढ़ते जलस्तर से दहशत में ग्रामीण'
स्थानीय बृजमोहन पांडेय ने कहा कि हमारी समस्या पर सरकार का रवैया असंवेदनशील रहा है. आज तक हमारी समस्या पर सरकारी नुमाइंदे और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कोई सुध नहीं ली है. उन्होंने कहा कि प्रशासन की तरह ही स्थानीय जनप्रतिनिधि भी केवल चुनाव और वोट लेने के समय ही दिखाई देते हैं. इधर करीब 10 दिनों से लगातार बढ़ रहे गंगा के जलस्तर से हम लोग डरे सहमे हुए हैं.